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प्रिगोझिन ने रूस की जनता से वैगनर आर्मी के लिए खड़े होने की अपील की। अपने अनुरोध में उन्होंने कहा, ‘हमें आपके समर्थकन की पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है।’ सोमवार के अपने संदेश में उन्होंने कहा, ‘आने वाले भविष्य में, मुझे यकीन है कि आप मोर्चे पर हमारी अगली जीत देखेंगे।’ प्रिगोझिन ने ये बातें टेलीग्राम पर पोस्ट एक 41 सेकेंड के वॉइस मैसेज में कहीं। 36 घंटे के सशस्त्र विद्रोह का नेतृत्व, दक्षिणी रूसी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन पर कब्जा और मॉस्को के 200 किमी के भीतर अपने लड़ाकों को भेजने के बाद प्रिगोझिन रूस के ‘सबसे बड़े दुश्मन’ बन चुके हैं।
लुकाशेंको ने कराया था समझौता
पुतिन ने उनके विद्रोह को ‘पीठ में छुरा घोंपना’ बताया था और इसकी निंदा की थी। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने पुतिन और वैगनर चीफ के बीच समझौता कराया था जिसके तहत प्रिगोझिन और उनके लोग निर्वासन में चले गए थे। 26 जून को टेलीग्राम पर पोस्ट अपने आखिरी बयान में प्रिगोझिन ने कहा कि खून खराबे से बचने के लिए उन्होंने अपने लोगों को बेस पर वापस जाने का आदेश दिया है।
तख्तापलट की अटकलों को किया खारिज
वैगनर चीफ ने तख्तापलट की अटकलों को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि विद्रोह का उद्देश्य ‘सरकार को उखाड़ फेंकना’ नहीं था बल्कि ‘वैगनर के विनाश को रोकने’ का प्रयास था। लुकाशेंको ने पुष्टि की कि प्रिगोझिन पिछले मंगलवार को बेलारूस पहुंचे थे। अब लुकाशेंको वैगनर ग्रुप की ताकत और अनुभव का इस्तेमाल अपने सैनिकों के लिए करना चाहते हैं। प्रिगोझिन के ताजा वॉइस मैसेज को Grey Zone नामक टेलीग्राम चैनल ने पोस्ट किया है।
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