Home Life Style जल्द बदल लें 8 आदतें, बन सकती हैं संतान सुख में बाधा, डॉक्टर आराध्या आचुरी ने बताए सुधार के तरीके

जल्द बदल लें 8 आदतें, बन सकती हैं संतान सुख में बाधा, डॉक्टर आराध्या आचुरी ने बताए सुधार के तरीके

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जल्द बदल लें 8 आदतें, बन सकती हैं संतान सुख में बाधा, डॉक्टर आराध्या आचुरी ने बताए सुधार के तरीके

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हाइलाइट्स

स्मोकिंग करने से लोगों को इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है.
जंक फूड का सेवन भी फर्टिलिटी बुरी तरह प्रभावित कर सकता है.

Tips To Prevent Infertility: वर्तमान समय में बड़ी संख्या में लोगों को इनफर्टिलिटी (Infertility) की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इनफर्टिलिटी की वजह से लोग निसंतानता से जूझ रहे हैं. इस समस्या की बड़ी वजह भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी है. अधिकतर लोगों को पता भी नहीं होता कि वे शौक में कुछ ऐसे काम कर रहे हैं, जिनसे उनकी फर्टिलिटी बुरी तरह प्रभावित हो रही है. जानकारों की मानें तो शुरुआत से ही छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया जाए, तो आप लंबे समय तक फर्टिलिटी को बेहतर बनाए रख सकते हैं और संतान सुख प्राप्त कर सकते हैं. इससे जुड़ी जरूरी बातें जान लीजिए.

हैदराबाद के कोंडापुर स्थित अपोलो फर्टिलिटी सेंटर की स्पेशलिस्ट डॉ. आराध्या आचुरी के मुताबिक लोगों के लिए फर्टिलिटी का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आजकल यह समय की मांग है. फर्टिलिटी को इंप्रूव करने के लिए अच्छी आदतें काफी मायने रखती हैं. आज के दौर में लोगों की फर्टिलिटी कई वजहों से बुरी तरह प्रभावित हो रही है. महिलाओं में 35 साल की उम्र के बाद नेचुरल गर्भाधान (Natural Conception) की संभावना कम हो रही है, जबकि पुरुषों के स्पर्म काउंट में तेजी से कमी आ रही है. यह बातें काफी चिंताजनक हैं. इसकी बड़ी वजह अत्यधिक तनाव, बिना फिजिकल एक्टिविटी वाली लाइफस्टाइल, अत्यधिक एक्सरसाइज, मोटापा, नींद की कमी, लंबे समय तक काम करना, कैफीन का ज्यादा सेवन, स्मोकिंग, अल्होकल और जंक फूड का सेवन है.

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ऐसे करें इनफर्टिलिटी से बचाव

डॉ. आराध्या आचुरी कहती हैं कि इनफर्टिलिटी की समस्या से बचने के लिए महिला और पुरुष दोनों को एनिमल प्रोटीन की जगह वेजिटेबल प्रोटीन का सेवन करना चाहिए. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स और आयरन और मल्टीविटामिन की पर्याप्त मात्रा फर्टिलिटी को इंप्रूव कर सकती है. डाइट में खूब फल और सब्जियां शामिल करें. हर दिन 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें. मॉडरेट एक्सरसाइज करें. इन सभी बातों का ध्यान रखकर आप अपनी रिप्रोडक्टिव हेल्थ को भी काफी हद तक सुधार सकते हैं.

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रिप्रोडक्टिव हेल्थ होती है प्रभावित

बेंगलुरु के मिलन फर्टिलिटी एंड बर्थिंग हॉस्पिटल के रिप्रोडक्टिव मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. राजम मुरली के अनुसार लोगों की कुछ आदतें उनकी फर्टिलिटी को बर्बाद कर सकती हैं. इनसे बचने के लिए जल्द से जल्द इनमें बदलाव करने की जरूरत होती है. इन आदतों से रिप्रोडक्टिव क्षमता प्रभावित हो सकती है. उदाहरण के लिए अल्कोहल का ज्यादा सेवन करने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे पुरुष और महिलाओं दोनों में बांझपन की समस्या हो सकती है. ये सभी आदतें प्रजनन क्षमता को सभी के लिए समान रूप से प्रभावित नहीं करती हैं. कुछ लोग इन आदतों के कारण बांझपन के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं, जबकि अन्य लोगों को प्रजनन क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ सकता है.

जल्द बदलें ये 8 आदतें

– सिगरेट, बीड़ी समेत अन्य धूम्रपान वाली आदतों से स्पर्म की गुणवत्ता और संख्या को नुकसान हो सकता है, जिससे कपल्स को गर्भधारण करने में मुश्किल होती है. ऐसे में स्मोकिंग से तुरंत दूरी बना लेनी चाहिए.

– प्रोसेस्ड फूड्स, शुगर, ऑयली और हाई फैट का सेवन करने से वजन बढ़ाकर हार्मोनल गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं. इससे प्रजनन क्षमता बुरी तरह प्रभावित हो सकती है. सभी लोगों को अनहेल्दी डाइट को तुरंत बंद करना चाहिए.

– बिना फिजिकल एक्टिविटी वाली लाइफस्टाइल से वजन बढ़ने, मोटापा, इंसुलिन रजिस्टेंस और हार्मोनल असंतुलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ये सभी
परेशानियां बांझपन (Infertility) की स्थिति पैदा कर सकती हैं.

– शराब का अत्यधिक सेवन करने से पुरुषों का स्पर्म काउंट कम हो सकता है. इससे शरीर के अंदर हार्मोनल असंतुलन हो सकता है. यह आदत पुरुषों और महिलाओं दोनों में बांझपन की समस्या पैदा कर सकती है.

– अत्यधिक तनाव ओव्यूलेशन और स्पर्म प्रोडक्शन में बाधा डाल सकता है, जिससे कपल्स को गर्भधारण करने में मुश्किल होती है.

– नींद की कमी हार्मोनल गड़बड़ी पैदा कर सकती है और स्पर्म व एग्स की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है. इस आदत से कपल्स की प्रजनन क्षमता कम हो जाती है. इसलिए पर्याप्त नींद लेनी चाहिए.

– अत्यधिक शारीरिक गतिविधि वजन घटाने, हार्मोनल गड़बड़ी और स्पर्म काउंट में कमी का कारण बन सकती है. ये सभी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं. कभी भी ओवर एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए.

– कीटनाशकों, प्लास्टिक, रसायनों, प्रदूषण जैसे टॉक्सिक एलीमेंट्स के संपर्क में आने से स्पर्म की गुणवत्ता कम हो सकती है.

Tags: Health, Lifestyle, Male Fertility, Trending news

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