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Who is Sajid Mir: चीन ने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी साजिद मीर का फिर से बचाव किया है। यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल में भारत और अमेरिका आतंकी साजिद मीर को ग्लोबल टेरिरस्ट घोषित करने के लिए प्रस्ताव लेकर आए थे, जिस पर चीन ने अड़ंगा लगा दिया। मीर साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है और उसके सिर पर अमेरिका ने भी इनाम घोषित कर रखा है। चीन के इस कदम के बाद भारत ने उसे कड़ी फटकार लगाई। संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रकाश गुप्ता ने कहा कि यदि हम स्थापित आतंकवादियों को नहीं पा सकते हैं, जिन्हें शुद्ध भू-राजनीतिक हित के लिए सुरक्षा परिषद की संरचना के तहत सूचीबद्ध वैश्विक परिदृश्यों में प्रतिबंधित किया गया है, तो हमारे पास वास्तव में आतंकवाद की इस चुनौती से ईमानदारी से लड़ने के लिए वास्तविक राजनीतिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता नहीं है।
आइए जानते हैं कौन है साजिद मीर और मुंबई हमले से क्या कनेक्शन?
पाकिस्तान से ताल्लुक रखने वाला मीर भारत और अमेरिका का मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी है। उसके ऊपर अमेरिका ने पांच मिलियन डॉलर (लगभग 41 करोड़) का इनाम रखा हुआ है। एफबीआई की मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में उसके बारे में तमाम डिटेल्स दी हुई हैं। उसकी चार तस्वीरें हैं, जिसमें उसने अलग-अलग रूप रखे हुए हैं। इसमें उसकी उम्र एक जनवरी, 1978 या फिर 31 जनवरी, 1976 बताई गई है। उसका जन्म पाकिस्तान के लाहौर में हुआ। उसके बाल काले रंग के हैं और आंखें भूरीं। वजन की बात करें तो साजिद मीर लगभग 60 किलो के आसपास का है। कहा गया है कि एक समय वह कंधे तक दाढ़ी और बाल रखता था, लेकिन हो सकता हो कि अब उसने प्लास्टिक सर्जरी के जरिए से अपना रूप बदल लिया हो। पिछले साल जून में पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत ने मीर को आठ साल की सजा सुनाई थी।
मीर क मौत का दावा कर चुका है पाक, लेकिन…
हर बार की तरह पाकिस्तान साजिद मीर को भी बचाने की कोशिश करता आया है। दिसंबर 2021 में पाकिस्तान का दावा था कि साजिद मीर अब जिंदा नहीं है, उसकी मौत हो गई है। लेकिन इस पर जब पाकिस्तान से सबूत मांगे गए तो उसका भेद खुल गया। फिर अप्रैल 2022 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसे बाद में पाकिस्तानी कोर्ट ने सजा सुनाई। हालांकि, माना जाता है कि पाकिस्तान ने मीर पर यह दिखावे की कार्रवाई इसलिए की थी, क्योंकि उस वक्त वह एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में था और किसी भी तरह इस सूची से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान, पाकिस्तान ने कई आतंकियों पर दिखावे के लिए ऐक्शन लिया था। मुंबई में साल 2008 में हुए आतंकी हमलों के बाद तीन साल बाद 2011 में अमेरिका ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में मीर को शामिल कर लिया था।
आतंकियों को दे रहा था निर्देश, फायर ठोको
मुंबई आतंकी हमलों के दौरान साजिद मीर आतंकियों को निर्देश दे रहा था। वह नरीमन हाउस में आतंकियों को छतों पर घूम रहे लोगों पर गोलीबारी करने को कहता पकड़ा गया था। दरअसल, पिछले साल भारत ने साजिद मीर का एक ऑडियो सुनाया था, जिसमें साजिद कहता सुनाई दे रहा था कि जहां आपको मूवमेंट नजर आती है। कोई छत पर चल रहा है या आ रहा है, जहां रहा है। उसा पर फायर ठोको। उसे नहीं पता कि वहां क्या हो रहा है। इस ऑडियो क्लिप को जारी करते ही पाकिस्तान की काली सच्चाई दुनिया के सामने आ गई थी और साफ हो गया था कि कैसे उसके समर्थन से चलने वाले आतंकवादी समूह आतंकी घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसके अलावा, मीर कोपेनहेगन में डेनिश अखबार, उसके एडिटर और कार्टूनिस्ट को निशाना बनाने के लिए लश्कर के डेनमार्क प्रोजेक्ट में भी शामिल रहा है।
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