मिसाइलों से लेकर फाइटर जेट खरीद रहा जापान
इस संयुक्त हवाई अभ्यास को लेकर जापान और भारत के रक्षा मंत्री तथा विदेश मंत्रियों के बीच साल 2019 में सहमति बनी थी। हालांकि कोरोना वायरस महामारी की वजह से इसमें देरी हो गई थी। जापान और भारत दोनों ही ऑस्ट्रेलिया तथा अमेरिका के साथ क्वॉड के सदस्य देश हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि क्वॉड चीन की हिंद प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती सैन्य और आर्थिक दादागिरी पर लगाम लगाने के लिए बनाया गया है। जापान इन दिनों चीन के ताइवान पर हमले के खतरे को देखते हुए हाल के दिनों में कई देशों के साथ सैन्य अभ्यास कर रहा है।
यही नहीं जापान टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों से लेकर एफ-35 फाइटर जेट तक खरीद रहा है। हाल ही में उसने अपने भारी भरकम रक्षा बजट का ऐलान किया है। जापान अब तक रक्षात्मक संविधान का पालन कर रहा था लेकिन चीनी ड्रैगन के खतरे को देखते हुए अब वह अपनी रक्षा और सुरक्षा रणनीति को बदल रहा है। जापान अब साल 2027 तक अपने रक्षा बजट पर जीडीपी का 2 प्रतिशत खर्च करेगा। जापान के प्रधानमंत्री ने देश की सुरक्षा के लिए चीन को ‘सबसे बड़ी रणनीतिक चुनौती’ करार दिया है। जापान ने हाल ही में ब्रिटेन के साथ रक्षा समझौता किया था और अमेरिका के साथ रक्षा समझौते को बढ़ाया था।