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Gym Supplements Side Effects: जिम में बॉडी बनाने के लिए सप्लीमेंट्स लेना नुकसानदायक हो सकता है. डॉक्टर्स की मानें तो तमाम सप्लीमेंट्स में सिंथेटिक पदार्थ होते हैं, जो हार्ट को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं. ये त…और पढ़ें
बॉडी बनाने वाले सप्लीमेंट्स हार्ट और फर्टिलिटी के लिए खतरनाक होते हैं.
हाइलाइट्स
- कार्डियोलॉजिस्ट की मानें तो जिम सप्लीमेंट्स हार्ट के लिए खतरनाक हैं.
- बॉडी बनाने वाले सप्लीमेंट्स से महिला-पुरुषों की फर्टिलिटी बर्बाद होती है.
- डॉक्टर्स की मानें तो इन सप्लीमेंट्स पुरुषों में नपुंसकता का खतरा बढ़ता है.
Biggest Mistake Of Gym: आज के जमाने में अधिकतर युवा बॉडी बनाने के लिए जिम जॉइन कर लेते हैं. जिम में वर्कआउट करने के बाद उन्हें अच्छा रिजल्ट नहीं मिलता है, तो वे बॉडी बनाने के लिए तमाम सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं. कई जिम वाले बिना लोगों की सेहत को देखे सप्लीमेंट्स प्रोवाइड करवा देते हैं. इन सप्लीमेंट्स से कम समय में बॉडी तो बन सकती है, लेकिन ये सप्लीमेंट्स मौत का कारण बन सकते हैं. सुनकर चौंक गए होंगे, लेकिन यह बात हम नहीं, बल्कि डॉक्टर्स खुद कह रहे हैं.
नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. वनीता अरोरा ने News18 को बताया कि जिम में बॉडी बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अधिकतर सप्लीमेंट्स में सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व होते हैं. इनका सेवन करने से हार्ट को गंभीर नुकसान होता है और हार्ट अटैक समेत गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. बॉडी बनाने का दावा करने वाले इन सप्लीमेंट्स में प्रिजर्वेटिव्स, फ्लेवर्स समेत कई ऐसे तत्व होते हैं, जो हार्ट की फंक्शनिंग को बिगाड़ देते हैं. इन चीजों से ही जिम जाने वाले तमाम युवाओं को हार्ट से जुड़ी परेशानियां होने लगी हैं. सभी लोगों को इन सप्लीमेंट्स को अवॉइड करना चाहिए.
कार्डियोलॉजिस्ट की मानें तो बॉडी बिल्डिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई सप्लीमेंट्स में स्टेरॉइड्स, सिंथेटिक प्रोटीन, कैफीन, क्रिएटिन और एनाबॉलिक एजेंट्स समेत कई हानिकारक केमिकल्स पाए जाते हैं. ये तत्व शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है. लंबे समय तक इन चीजों का सेवन करने से हार्ट की मसल्स पर दबाव बढ़ता है, जिससे हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट या दिल की अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. इसके अलावा ये तत्व कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी प्रभावित करते हैं, जिससे धमनियां सख्त और संकरी हो सकती हैं.
ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल की सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट और IVF स्पेशलिस्ट डॉ. सोनाली गुप्ता ने बताया कि जिम में बॉडी बनाने के चक्कर में बड़ी संख्या में युवा फर्टिलिटी बर्बाद कर रहे हैं. तमाम ऐसे केस सामने आ रहे हैं, जिसमें लोगों की उम्र 20 से 25 साल है, लेकिन उनकी फर्टिलिटी बेहद कम हो गई है. ऐसे में उन्होंने पैरेंट्स बनने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिम में इस्तेमाल होने वाले कई सप्लीमेंट्स खासकर एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स और हार्मोन-बूस्टिंग प्रोडक्ट्स शरीर के टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को प्रभावित करते हैं. जब बाहरी रूप से हार्मोन लिए जाते हैं, तो शरीर नेचुरल हार्मोन प्रोडक्शन करने में मुश्किल महसूस करता है. इससे स्पर्म क्वालिटी और स्पर्म काउंट में तेजी से गिरावट आती है.
फर्टिलिटी एक्सपर्ट की मानें तो इन सप्लीमेंट्स के चक्कर में कई पुरुष नपुसंक बन रहे हैं. ये सप्लीमेंट्स सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए भी नुकसानदायक होते हैं. ये सप्लीमेंट्स महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन पैदा करते हैं, जो महिलाओं की फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे प्रेग्नेंसी में कठिनाई या बांझपन तक की नौबत आ सकती है. इससे बचने के लिए लोगों को जिम के दौरान किसी भी तरह के सप्लीमेंट्स लेने से बचना चाहिए. अगर किसी तरह की परेशानी हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर ट्रीटमेंट कराना चाहिए.

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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