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Prevention of Heart Attack in Gym: आधुनिक जीवनशैली ने जिंदगी को बेहद जटिल बना दिया है. इन स्थितियों में इंसान की कई गलतियां सेहत को प्रभावित करने लगी हैं. लोग अनहेल्दी फूड का सेवन ज्यादा करने लगे और फिजिकल एक्टिविटी भी कम होने लगी हैं. इन स्थितियों से बचने के लिए लोग खुद को फिट रखने के लिए जिम जाते हैं लेकिन आए दिन आपको कई ऐसे मामले देखने-सुनने को मिले होंगे जिनमें जिम करते-करते लोगों की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो जा रही है. कभी डांस करते-करते तो कभी वॉक करते-करते लोगों की जान जा रही है.
दरअसल, हार्ट अटैक का पहले से कोई लक्षण शरीर में दिखना बेहद मुश्किल है. एक्सपर्ट की मानें तो हार्ट अटैक के लिए कई चीजें जिम्मेदार होती हैं. अनहेल्दी और प्रोसेस्ड फूड, शारीरिक गतिविधियों में कमी, डिप्रेशन, स्ट्रेस जैसे कई कारण हार्ट संबंधी बीमारियों की वजह हो सकती है लेकिन इसका तत्काल शरीर पर कोई प्रभाव नहीं दिखता. ऐसे में कौन सी ऐसी तरकीब है जिनकी मदद से हार्ट अटैक से बचा जा सकता है. यह जानना जरूरी है. इसी मामले में हमने फोर्टिस अस्पताल, शालीमार बाग, नई दिल्ली में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी से बात की.
कर्डियोलॉजिस्ट और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट
डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि पहली बात तो यह जिम में एक्सरसाइज के दौरान जो मौतें हो रही हैं, उसकी कई वजहें हो सकती हैं लेकिन अगर यह एक्सरसाइज के कारण होती है तो पहले यह जानना जरूरी है कि ऐसा सामान्य एक्सरसाइज से नहीं होती बल्कि असमान्य एक्सरसाइज यानी unaccustomed exercise से हो रही हैं. जो लोग बहुत कठिन मेहनत वाली एक्सरसाइज बहुत ज्यादा कर लेते हैं, उनकी मौत इस वजह से हो सकती है. इसके लिए टीमएटी यानी ट्रेडमिल टेस्ट (TMT) बहुत बेहतरीन आइडिया है. टीएमटी टेस्ट से यह पता चलता है कि व्यक्ति में एक्सरसाइज करने की क्षमता कितनी है. इससे रिस्पेरटी सिस्टम और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के बारे में पता चलता है. अगर टीएमटी टेस्ट अच्छा है तो डॉक्टर उस व्यक्ति को एक्सरसाइज करने के लिए कह सकते हैं. लेकिन बेहतर रहेगा कि यदि आप एक्सरसाइज करने जा रहे हैं तो धीरे-धीरे लोड को बढ़ाएं. पहले एक-दो महीने तक सामान्य एक्सरसाइज करें. जैसे-जैसे क्षमता बढ़ती है आप एक्सरसाइज का लोड बढ़ा सकते हैं.
टीएमटी से एक्सरसाइज की क्षमता पता चलता
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि ट्रेडमिल टेस्ट में हेल्थ की कई जानकारियां छुपी होती हैं. मसलन व्यक्ति का फंक्शनल कैपेसिटी कितनी है, एक्सरसाइज करने पर ब्लड प्रेशर कितना तक बढ़ता है, हार्ट रेट कितना बढ़ता है, कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम और रिस्पेरिटरी सिस्टम किस तरह रिस्पोंड कर रहा, हार्ट किस तरह पॉप-अप कर रहा है, ये सब बताता है. दरअसल, टीएमटी टेस्ट को कंट्रोल वातावरण में किया जाता है और ट्रेडमिल पर धीरे-धीरे रनिंग करने के लिए कहा जाता है. इसमें हार्ट रेट, बीपी और ईसीजी जांच की जाती है. इसमें देखा जाता है कि एक्सरसाइज के किस प्वाइंट पर हार्ट को दिक्कत होनी शुरू हो जाती है. जब व्यक्ति थक जाता है तो उस समय बीपी और हार्ट रेट क्या है. अगर एक्सरसाइज का लोड बढ़ाने पर कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम फेल हो रहा या पॉप अप नहीं कर रहा है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति में एक्सरसाइज की क्षमता बहुत कम है.
एक्सरसाइज में कब आती है दिक्कत
डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि यदि एक्सरसाइज के दौरान हार्ट रेट बहुत ज्यादा हो जाए या ब्लड प्रेशर शूट कर जाए तो इसका मतलब है कि उस व्यक्ति में एक्सरसाइज की क्षमता कम है. अगर बहुत ज्यादा परेशानी है तो डॉक्टर एक्सरसाइज नहीं करने के लिए कह सकते हैं या बहुत धीरे-धीरे एक्सरसाइज की क्षमता को बढ़ाने को कहता है. ऐसे व्यक्ति को एक-दो महीने बहुत धीरे-धीरे एक्सरसाइज का लोड बढ़ाना चाहिए.
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Tags: Health, Health tips, Heart attack, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : December 4, 2023, 18:18 IST
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