नई दिल्ली: शुक्रवार (10 फरवरी) को बजट सत्र का पहला चरण संपन्न हो गया। यह सत्र कई विषयों को लेकर बेहद ही हंगामेदार रहा। पहले अडानी के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने दोनों सदनों में जबरदस्त हंगामा किया फिर नेताओं के द्वारा दिए गए भाषणों पर सांसदों में खूब तकरार हुई। कल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने परोक्ष रूप से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि उन पर जिस भाषा में आरोप लगाया गया है, वो भी उसी भाषा में जवाब देंगी।
बिना नाम लिए किया तीखा हमला
शुक्रवार को लोक सभा में बजट पर हुई चर्चा का जवाब देने के दौरान निर्मला सीतारमण ने बिना नाम लिए राहुल गांधी के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता ने उनका नाम लेकर कहा था कि उन्होंने किसी को मन में रखते हुए इतना अमाउंट ग्रीन ( ग्रीन हाइड्रोजन ) के लिए अलॉट किया है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में किसी को मन में रखकर नहीं बल्कि पूरे देश को मन में रखते हुए कार्य किया जाता है।
इस तरह की भाषा को नहीं करेंगी बर्दाशत
वित्त मंत्री ने पलटवार करते हुए आगे कहा कि रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाना, जीजाजी और भतीजों को लाभ देना, फोन करना और आवंटन करना, यह उनकी संस्कृति हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनमें से कोई भी ऐसा नहीं करता है। उन्होंने कहा कि उन पर लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं और वो इस भाषा को बर्दाश्त नहीं करेंगी। निर्मला सीतारमण ने सख्त लहजे में कहा कि ऐसे किसी भी आरोप का उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा।
राहुल गांधी ने लगाए थे आरोप
बता दें कि, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष की तरफ से 7 फरवरी को लोक सभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर बजट के जरिए अडानी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि, वर्ष 2022 में अडानी ने दुनिया के सबसे बड़े ग्रीन हाइड्रोजन इकोसिस्टम बनाने के लिए 50 बिलियन डॉलर्स का निवेश करने की घोषणा की थी और इस बजट में बीजेपी की सरकार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कहती हैं कि ग्रीन हाइड्रोजन के लिए 19,700 करोड़ रुपये का बहुत ही ह्यूज इंसेंटिव्स देंगे, मतलब अडानी को देंगे।