[ad_1]
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के जरिए गाजियाबाद से दिल्ली तक सफर करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को दिल्ली-अलीगढ़ नेशनल हाईवे-91 (पुराना जीटी रोड) से जोड़ने का फैसला लिया है।
गाजियाबाद के लालकुआं और एबीईएस कॉलेज के पास एक्सप्रेसवे से जुड़ी बीच की छह लेन से चलने वाले ट्रैफिक के लिए प्रवेश और निकास की व्यवस्था होगी। एक्सप्रेसवे पर दिल्ली से गाजियाबाद की तरफ आने वाले वाहनों के लिए निकासी और गाजियाबाद से दिल्ली को जाने के लिए प्रवेश पॉइंट लेन बनाई जाएगी। प्रारंभिक तौर पर सर्वे पूरा कर लिया गया है। अब थर्ड पार्टी ऑडिट कराया जा रहा है, जिसके पूरे होने पर काम शुरू हो जाएगा।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली का नया प्लान
लंबे समय से मांग की जा रही थी कि एक्सप्रेसवे पर लालकुआं से क्रॉसिंग रिपब्लिक के बीच एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने प्रवेश-निकास की सुविधा दी जाए। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह के निर्देश पर इस दिशा में काम शुरू हो गया है। उम्मीद है कि तीन महीने में प्रवेश-निकास की सुविधा शुरू हो जाएगी।
दरअसल, एक्सप्रेसवे बनने के बाद से लोगों का तर्क था कि इंडियन रोड कांग्रेस के नियमों के तहत एक्सप्रेसवे को एनएच से जोड़ा जाना अनिवार्य है। लालकुआं पर एनएच- 91 एक्सप्रेसवे के नीचे से गुजरता है, लेकिन उसे नहीं जोड़ा गया है। इस वजह से दिल्ली से बुलंदशहर की तरफ जाने वाले वाहनों को करीब 10 किलोमीटर पीछे से (यूपी बॉर्डर से) एक्सप्रेसवे की लेन से निकलकर एनएच-9 की लेन में आना पड़ता है या फिर एक्सप्रेसवे की लेन में लालकुआं से नौ किलोमीटर आगे चलकर डासना में बाहर निकलकर यूटर्न लेकर आना पड़ता है, जिसे बुलंदशहर की तरफ जाने वाले वाहनों का 19 किलोमीटर का चक्कर बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए बुलंदशहर की तरफ जाने वाले वाहन एनएच-9 की लेन में आते हैं, जिससे शाम के वक्त एनएच की लेन पर वाहनों का दबाव अधिक होने से नोएडा सेक्टर-62 के सामने और छिजारसी मोड पर कई बार दो से तीन किलोमीटर लंबा जाम लगता है। यही स्थिति सुबह को लालकुआं से दिल्ली की तरफ जाने के लिए होती है।
ये भी पढ़ें : NCR का जाम खत्म करेंगे 5 बड़े प्रोजेक्ट, मोदी सरकार ने बनाया खास प्लान
इन इलाकों को फायदा
जीटी रोड से आने वाले वाहन, क्रॉसिंग रिपब्लिक, पुराना गाजियाबाद, डासना के बाद एनएच से सटी सोसाइटी में रहने वाले लोग
यहां खत्म होगा जाम
विजय नगर, छिजारसी व नोएडा सेक्टर-62 पर नेशनल हाईवे-9 की दोनों तरफ की लेन पर
एक्सप्रेसवे की स्थिति
सराय काले खां से डासना तक -14 लेन (बीच की छह लेन एक्सप्रेसवे, उसके बाद दोनों तरफ एनएच की दो-दो लेन, फिर एनएच की दोनों तरफ की लेन के बराबर में दो-दो लेन की सर्विस रोड)
रोजाना लगभग 40 हजार लोगों को लाभ होगा
प्रवेश और निकास की व्यवस्था होने के बाद गाजियाबाद से दिल्ली के बीच यात्रा करने वाले करीब 40 हजार लोगों को लाभ होगा। सुबह-शाम एक्सप्रेसवे के बराबर में नेशनल हाईवे-9 की लेन में छिजारसी मोड और सेक्टर-62 नोएडा के सामने जाम झेलना पड़ता है। कई बार आधा से पौना घंटा तक लोग जाम में फंसे रहते हैं, क्योंकि जिन लोगों को गाजियाबाद, नोएडा, क्रॉसिंग रिपब्लिक और बुलंदशहर की तरफ जाना होता है, उन्हें यूपी गेट पर एक्सप्रेसवे की लेन छोड़कर नेशनल हाईवे की लेन में जाना पड़ता है। इसी तरह से गाजियाबाद से दिल्ली जाना है तो डासना के बाद एक्सप्रेसवे की लेन में प्रवेश के लिए कोई सुविधा नहीं है।
सुबह और शाम जाम की समस्या झेलनी पड़ रही
क्रॉसिंग रिपब्लिक समेत गाजियाबाद के लोग भी लंबे समय से केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग राज्यमंत्री और एनएचएआई अधिकारियों के सामने मांग रख रहे थे कि सुबह-शाम एनएच-9 की लेन में जाम लगता है। दिल्ली से गाजियाबाद आने-जाने में कई बार एक से डेढ़ घंटा लग जाता है, जबकि सामान्य में यह दूरी तय करने में 35-40 मिनट का समय लगता है। एक्सप्रेसवे की लेन खाली रहती है। दिल्ली की सीमा में एक्सप्रेसवे की लंबाई महज 8.9 किलोमीटर है। इतनी दूरी में एक्सप्रेसवे लेन में प्रवेश-निकास की दो जगह सुविधा दी गई है। गाजियाबाद में डासना तक एक्सप्रेसवे की लंबाई 19 किलोमीटर है, जिसमें सिर्फ दो जगहों पर प्रवेश-निकास है।
– जनरल वीके सिंह, राज्यमंत्री- सड़क एवं परिवहन राजमार्ग, ”एनएचएआई अधिकारियों के साथ चर्चा की गई तो उन्होंने रोड सेफ्टी एजेंसी से सर्वे कराया है, जिसमें पाया गया है कि प्रवेश-निकासी बनाई जा सकती है। इसलिए एक एजेंसी से भी ऑडिट करा रहे हैं। फिर काम शुरू हो जाएगा।”
[ad_2]
Source link