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Ram Mandir: अयोध्या में बने राम मंदिर में रोजाना लाखों भक्तों की भीड़ पहुंच रही है। हर शख्स रामलला की एक झलक और उनका आशीर्वाद पाने के लिए बेताब है। रामलला की मूर्ति बनाने वाले अरुण योगीराज भी काफी मशहूर हो गए हैं। उनका परिवार पिछले 300 सालों से मूर्ति बनाने के कार्य में लगा हुआ है। वे छठी पीढ़ी के मूर्तिकार हैं। योगीराज ने बताया कि जब उन्होंने रामलला की मूर्ति बना ली और फिर राम मंदिर ट्रस्ट के लोगों को दिखाई तो उनका कैसा रिएक्शन रहा। योगीराज ने कहा, ”ट्रस्ट के सदस्यों को दिखाने के लिए जैसे ही मैंने रामलला की मूर्ति से कपड़ा हटाया तो वहां मौजूद सभी लोग मूर्ति को हाथ जोड़ने लगे। सभी की प्रतिक्रिया देखकर मैं काफी खुश हो गया। वह दिन मेरे लिए काफी यादगार दिन था।”
‘टाइम्स नाउ’ से बात करते हुए अरुण योगीराज ने बताया है कि जब वे रामलला की मूर्ति बना रहे थे, तब रोजाना शाम को चार से पांच बजे के बीच एक बंदर आता था और जोर-जोर से दरवाजा पीटने लगता था। इसके बाद वह मूर्ति को देखकर फिर चला जाता। योगीराज ने पिछले दिनों यह भी कहा था कि जब रामलला की मूर्ति गर्भगृह में स्थापित कर दी गई, तो उन्हें लगा कि जैसे वह उनकी मूर्ति नहीं है। आखिर उन्होंने ऐसा जवाब क्यों दिया।
इस पर योगीराज ने कहा कि मैंने मूर्ति बनाते हुए रामलला की हर एंगल से तस्वीरें खींची थीं। हालांकि, जब मूर्ति गर्भगृह में रखी गई। उस दौरान भी मैं 10-12 घंटे वहीं आसपास रहा। इसी दौरान मुझे लगा कि यह मेरा काम नहीं है। मूर्ति पूरी तरह से अलग दिख रही थी। अरुण योगीराज ने बताया कि उन्होंने पिछले 9 महीने के दौरान अपना पूरा 100 फीसदी दिया है। उन्होंने कहा, ”मुझे मेरा 100 फीसदी देना जरूरी था, यही वजह है कि मैंने अपने सभी कमर्शियल भी पिछले नौ महीने में रोक दिए थे। मुझे इसकी कोई चिंता नहीं थी कि यदि यह सेलेक्ट नहीं होती है तो क्या होगा। मेरे लिए मानसिक शांति काफी जरूरी थी।
राम मंदिर में तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए
बता दें कि बीते दिन 3.25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यहां राम मंदिर में दर्शन किए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के एक दिन बाद मंगलवार को मंदिर को आम जनता के लिए खोला गया। अधिकारियों के मुताबिक पहले दिन लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किए। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के चौथे दिन, लोग धैर्यपूर्वक राम लला के दर्शन के लिए कतारों में खड़े रहे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन की व्यवस्थाओं का जायजा लेने राज्य के प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार अयोध्या पहुंचे। गणतंत्र दिवस के बीच, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद व महानिदेशक कुमार ने अन्य अधिकारियों के साथ श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का भ्रमण किया। प्रसाद ने इस दौरान श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।