Ranchi:
Jharkhand political crisis: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सियासी घमासान तेज हो गया है तो वहीं दूसरी ओर चंपई सोरेन महागठबंधन के 5 विधायकों के साथ राजभवन पहुंच कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है. बता दें कि, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात के दौरान 47 विधायकों का समर्थन पत्र चंपई सोरेन ने सौंपा. वहीं राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे चंपई सोरेन के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कांग्रेस विधायक प्रदीप सिंह, माले विधायक विनोद सिंह और आरजेडी विधायक सत्यानंद भोक्ता भी साथ मौजूद रहे. इस दौरान चंपई सोरेन ने 43 विधायक के समर्थन का वीडियो भी राज्यपाल को दिखाया.
आपको बता दें कि झारखंड में सियासी घमासान के बीच महागठबंधन के विधायक हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं. वहीं रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से दो फ्लाइट रवाना हुई. इसी विशेष विमान से जेएमएम और कांग्रेस के विधायक हैदराबाद गए. इसे लेकर बताया जा रहा है कि चंपई सोरेन और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम रांची में ही रहेंगे और ये दोनों हैदराबाद नहीं जाएंगे.
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‘कुल 43 विधायक जा रहे हैं हैदराबाद’ – राजेश ठाकुर
आपको बता दें कि सर्किट हाउस से एयरपोर्ट निकलते वक्त झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि, ”हम एयरपोर्ट जा रहे हैं, आप जानते हैं कि ये कैसे लोग हैं, ये कभी भी कुछ भी कर सकते हैं. कुल 43 विधायक जा रहे हैं.” वहीं बताया जा रहा है कि सभी विधायक हैदराबाद के बेगमपेट जाएंगे.
#WATCH | Ranchi: Jharkhand Congress president Rajesh Thakur says, “We are going to the airport. You know what kind of people they are, they can do anything anytime. A total of 43 MLAs are going…” pic.twitter.com/stNK8RTkXy
— ANI (@ANI) February 1, 2024
जानें सियासी गणित
गौरतलब है कि 81 सीट वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 होना चाहिए. यानी जिस पार्टी के पास जादूई आंकड़ा होगा उस दल की सरकार बनेगी. फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM)के नेता चंपई सोरेन ने 47 विधायकों के समर्थन होने का दावा किया है. बुधवार को वो 43 विधायकों के साथ राजभवन भी गए थे. इन 47 विधायकों में जेएमएम के 29, कांग्रेस के 17, आरजेडी के 1 और सीपीआई (एमएल) का 1 विधायक शामिल हैं.
वहीं, दूसरी ओर एनडीए के 32 विधायक हैं. इनमें बीजेपी के 26, एजेएसयू के 3, एनसीपी (एपी) के 1 और दो निर्दलीय विधायक हैं. अगर झारखंड में सरकार बनाने की बात होती है तो एनडीए को सरकार बनाने के लिए सिर्फ 9 विधायकों का समर्थन चाहिए.