Home National टाइटैनिक का मलबा देखने गए ब्रिटिश अरबपति लापता, भारत के प्रोजेक्ट चीता से है गहरा नाता

टाइटैनिक का मलबा देखने गए ब्रिटिश अरबपति लापता, भारत के प्रोजेक्ट चीता से है गहरा नाता

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टाइटैनिक का मलबा देखने गए ब्रिटिश अरबपति लापता, भारत के प्रोजेक्ट चीता से है गहरा नाता

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नई दिल्ली. टाइटैनिक के मलबे को देखने के लिए लोगों को ले जाने वाली एक छोटी पनडुब्बी बीते दिन सोमवार को लापता हो गई. यह पनडुब्बी अटलांटिक महासागर से लापता है. इसमें नामीबिया से जंगली चीतों को भारत लाने में मदद करने वाले ब्रिटिश व्यापारी हामिश हार्डिंग उन पांच लापता लोगों में से एक हैं, जो महासागर लाइनर टाइटैनिक के मलबे को देखने के लिए अटलांटिक महासागर में पनडुब्बी पर थे. हामिश हार्डिंग ने नामीबिया से आठ जंगली चीतों को भारत में फिर से लाने के लिए भारत सरकार के साथ सहयोग किया था.

इसमें ब्रिटिश पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद और उसका बेटा भी सवार था. वे अभी तक अन्य सदस्यों के साथ नहीं मिले हैं, जिन्होंने डुबकी लगाई थी. रिपोर्टों के अनुसार, रविवार को मध्य अटलांटिक में गोता लगाने के लगभग एक घंटे और 45 मिनट बाद पनडुब्बी का संपर्क टूट गया था. ओशनगेट एक्सपेडिशन्स से संबंधित पनडुब्बी ने प्रति व्यक्ति 250,000 डॉलर में आठ दिवसीय मिशन तय किया था. कंपनी ने पुष्टि की है कि उसके सबमर्सिबल का संपर्क टूट गया है.

कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह चालक दल को सुरक्षित वापस लाने के लिए सभी विकल्पों पर काम कर रहे हैं. फ्रांसीसी खोजकर्ता पॉल-हेनरी नार्गोलेट भी पनडुब्बी पर सवार हैं. हामिश हार्डिंग ने अंटार्कटिक के लिए एक नियमित बिजनेस जेट सेवा शुरू करने की परियोजना पर भी काम किया. व्हाइट डेजर्ट नामक एक कंपनी के साथ काम किया और एक्सप्लोरर्स क्लब के तत्वावधान में पिछले साल सितंबर में नामीबिया से आठ जंगली चीतों को भारत में फिर से लाने की परियोजना पर भारत सरकार के साथ सहयोग किया.

ब्रिटिश अरबपति अपने असाधारण कारनामों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कई बार दक्षिणी ध्रुव का दौरा किया. 2022 में ब्लू ओरिजिन की पांचवीं मानव-चालक दल वाली उड़ान पर अंतरिक्ष में प्रवेश किया और मारियाना ट्रेंच के सबसे गहरे हिस्से में सबसे लंबी गोता लगाने सहित तीन विश्व रिकॉर्ड भी उनके नाम हैं.

Tags: Namibia, New Delhi news, Submarine, World news

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