नई दिल्ली. देश में अब टीबी मरीजों की जांच रिपोर्ट (TB patients Test Report) एक घंटे के अंदर आपको मिल जाएगी. दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के जैव चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के शोधार्थियों ने एक ऐसे तकनीक विकसीत की है, जिससे आपकी टीबी (Tuberculosis) की जांच एक घंटे के अंदर की जा सकेगी. आइसो थर्मल पीसीआर तकनीक से हर प्रकार के टीबी की जांच रिपोर्ट एक घंटे के अंदर आ जाएगी. इस तकनीक को दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ बी आर अंबेडकर जैव चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (Dr. B.R. Ambedkar Center for Biomedical Research) ने विकसित किया है. डीयू के इस केंद्र ने इस तकनीक का पेटेंट भी मिल गया है. डब्यल्यूएचओ (WHO) के मानक के अनुसार इसकी जीन एक्सपर्ट एक्यूरेसी 100 फीसदी है.
डीयू की लैब में इस डिवाइस पर जांच की अधिकतम कीमत 50 रुपये आती है. जानकारों की मानें तो इस टेक्नोलॉजी को जो कंपनी हासिल करेगी वह इसकी कीमत तय करेगी. इस प्रोजेक्ट की प्रमुख प्रो दमन सलूजा के मुताबिक, इस डिवाइस से एक ही तापमान पर पूरी पीसीआर रिएक्शन हो जाती है. अन्य मशीनों में तापमान बदलता रहता है. हमारी डिवाइस से टीबी की जांच सामान्य मशीन में भी हो सकता है.
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डीयू की लैब में इस डिवाइस पर जांच की अधिकतम कीमत 50 रुपये आती है. (फोटो- BRACBR DU)
एक घंटे के अंदर अब टीबी जांच की रिपोर्ट मिलेगी
बता चलें कि अभी देश में टीबी की जांच डॉट सेंटर में होती है, जिसमें 40 से 50 फीसदी परिणाम सही नहीं आते हैं. यदि किसी को कम इंफेक्शन है तो जांच में यह निगेटिव आ जाता है, लेकिन टीबी फैलने का खतरा बना रहेगा. हमारी डिवाइस में जांच की प्रामणिकता काफी अधिक है. हम सैंपल से बैक्टिरिया के डीएनए जांच करते हैं और टीबी है कि नहीं यह पता लगाते हैं.
आरटी-पीसीआर के जैसा होगा अब टीबी का जांच
प्रो सलुजा के मुताबिक, जैसे कोविड के समय आरटी-पीसीआर होता था ठीक उसी तरह यह साधारण पीसीआर है, जिसे अइसो थर्मल पीसीआर कहते हैं. हालांकि, यह एकस्ट्रा पल्मोनरी, जो फेफड़े की जांच से संबंधित नहीं है का आंकड़ा जल्दी नहीं मिलता है. इस प्रक्रिया में कैंपल दूसरी जगह जाता है और उसमें एक्सपर्ट कमेंट, लैब आदि का लंबी प्रक्रिया है. यदि किसी को बोन टीबी है तो बोन सैंपल लेने की प्रक्रिया के बाद हमारे डिवाइस का प्रयोग किया जाएगा.
टीबी यानि बरक्यूलोसिस, तपेदिक या क्षय रोग ऐसी बीमारी है, जिसका आसानी से इलाज मौजूद है.
टीबी यानि बरक्यूलोसिस, तपेदिक या क्षय रोग ऐसी बीमारी है, जिसका आसानी से इलाज मौजूद है. इसके बावजूद लोगों के मन में इस बीमारी को लेकर डर बना रहता है. इस बीमारी के लक्षण हैं हमेशा शरीर में हल्का बुखार, दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, बलगम, थकान आदि दिखाई देना. टीबी की जांच कराने से लोग डरते हैं और डॉक्टर के पास जाने से कतराते हैं, लेकिन अगर इस बीमारी को खत्म करने के लिए जल्दी से जल्दी जांच कराना बेहद जरूरी है.
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Tags: Delhi University, DU, RT-PCR Report, TB, World Tuberculosis Day
FIRST PUBLISHED : May 26, 2023, 14:48 IST