
Chunnu ki Lassi: अगर आप गाजीपुर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो एक बात याद रखिए- चुन्नू की लस्सी पीना ना भूलें! पिछले 22 साल से गाजीपुर के दीपक शहर की सबसे ठंडी, सबसे शुद्ध लस्सी परोस रहे हैं. बिना बर्फ, बिना मिलावट, केवल देसी दही और ढेर सारे प्यार के साथ. अगर आपने चुन्नू की लस्सी नहीं पी, तो समझिए आपकी यात्रा अधूरी रह गई. ये कोई साधारण लस्सी नहीं, यह गाजीपुर की पहचान बन चुकी है.
क्या है खास?
इस लस्सी को चलाते हैं दीपक, जो चुन्नू की चाय वाले परिवार के दूसरे वारिस हैं. आपकी यात्रा को अधूरा छोड़ने वाली यह लस्सी गाजीपुर के मिश्र बाजार में स्थित है, और यह चुन्नू की चाय के ठीक बगल में मिलती है. दीपक ने 22 साल पहले अपनी दुकान शुरू की थी, जब गाजीपुर में लस्सी का कोई नामो-निशान नहीं था. यह लस्सी पूरी तरह देसी स्टाइल में बनती है- ना बर्फ, ना मिलावट. इसमें सिर्फ ताजे दही, चीनी और मथानी का इस्तेमाल किया जाता है. ना कोई मशीन, ना कोई फ्लेवर, और हां, व्रत वाले लोग भी इस लस्सी का आनंद ले सकते हैं. दीपक ने बताया कि उनकी दुकान में हर दिन 1000 से 1500 लस्सियां बिकती हैं. साथ ही शहर भर में भी इसकी सप्लाई होती है, और जो एक बार इसे पी लेता है, वो दोबारा जरूर लौटता है.
कस्टमर क्या कहते हैं?
एक बुज़ुर्ग ग्राहक बताते हैं, इतना बड़ा कुल्हड़, ऊपर तक भरा गाढ़ा दही लस्सी पीते ही पेट भर जाता है. उन्होंने बताया कि वह पिछले पांच सालों से रोज यहां आते है और घर भी लस्सी पैक करवा कर ले जाते हैं. ऐसा स्वाद कहीं और नहीं मिलता, ना बनारस में, ना दिल्ली में.
कुल्हड़ में ठंडक और स्वाद!
यह लस्सी किसी मशीन से नहीं बनती, कोई शोर नहीं होता, बस मथानी, मेहनत और मिट्टी के कुल्हड़ में ठंडक की मिठास. यही है गाजीपुर की असली लस्सी का स्वाद. अगली बार जब आप गाजीपुर आएं, तो सीधे मिश्र बाजार पहुंचे और इस टेस्टी लस्सी का लुत्फ उठाएं.