Thursday, March 13, 2025
Google search engine
HomeLife Styleडायबिटीज मैनेज करने के साथ ही हार्ट हेल्थ भी सुधारे मेथी की...

डायबिटीज मैनेज करने के साथ ही हार्ट हेल्थ भी सुधारे मेथी की चाय, जानें इसके अन्य फायदे-नुकसान


हाइलाइट्स

मेथी हमारे किचन में पाया जाने वाला एक सामान्य मसाला है.
मेथी की चाय हार्ट हेल्थ, वेट कम करने, ब्रेन फंक्शन्स को बूस्ट करने आदि में मददगार है.
मेथी की चाय से कुछ साइड इफेक्टस भी हो सकते हैं.

Benefits of fenugreek tea: मेथी के दाने, वह हर्ब है जिसका इस्तेमाल मसाले और दवाई दोनों रूपों में किया जा सकता है. हमारे घरों में इसके पत्तों और सीड्स का इस्तेमाल सदियों से होता आया है. इसकी तेज खुशबू होती है, लेकिन स्वाद बेहद कड़वा होता है. लोग इस हर्ब के पत्तों, ड्राई सीड्स और रूट का इस्तेमाल फ्लेवरिंग एजेंट और सप्लीमेंट के रूप में करते हैं. आजकल मेथी की चाय भी बहुत प्रचलित है, जो न केवल डायबिटीज में फायदा पहुंचाती है, बल्कि इसके कई अन्य लाभ भी हैं. हालांकि, इसके इस्तेमाल से पहले यह पता होना चाहिए कि इसे कैसे और किस मात्रा में यूज करना है. आइए जानते हैं इसके लाभों के बारे में.

मेथी की चाय के फायदे क्या हैं?
मेडिकलन्यूजटुडे डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, मेथी विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्त्रोत है. हालांकि, मेथी कुछ मेडिकल कंडिशंस वाले लोगों के लिए कॉम्प्लीकेशन्स भी पैदा कर सकती है. जानिए डायबिटीज को सही रखने के साथ ही मेथी की चाय पीने के क्या फायदे हैं.

हार्ट हेल्थ सुधारे: मेथी की चाय से कोलेस्ट्रॉल के लेवल को लो रखने में मददगार है, जो हार्ट डिजीज का एक सबसे बड़ा कारण है.

डाइजेशन रहे सही: मेथी की चाय में वॉटर-सॉल्युबल फाइबर होती है, जिससे कब्ज के उपचार में मदद मिलती है. इसके साथ ही पेट की समस्याओं को दूर करने में भी यह फायदेमंद है.

वजन करे कम: ऐसा माना जाता है की मेथी की चाय वजन को कम करने में भी मददगार है.

ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करे: मेथी में एक कंपाउंड होता है, जिसमें ब्रेन बूस्टिंग इफेक्ट होता है. इससे उम्र के साथ होने वाली ब्रेन प्रॉब्लम्स जैसे मेमोरी लॉस आदि से राहत मिलती है.

ब्रेस्टफीडिंग में मददगार: लैक्टेटिंग वूमन में ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन को सुधारने में भी मेथी की चाय मददगार होती है.

मेथी की चाय के नुकसान
मेथी की चाय को सीमित मात्रा में लेना चाहिए. इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे-
-बहुत अधिक ब्लड शुगर लेवल का लो होना.
-एलर्जी होना.
-प्रेग्नेंसी संबंधी परेशानियां आदि.

ये भी पढ़ें: सर्दियों में खूब पीएं नींबू पानी ! इम्यूनिटी होगी मजबूत और वजन रहेगा कंट्रोल, जानें चौंकाने वाली बातें
ये भी पढ़ें: लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में बनाए रखना चाहते हैं प्यार तो इन टिप्स को अपनाना न भूलें

Tags: Health, Lifestyle



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments