निवेशक हुए मालामाल
इस अध्ययन में पाया गया कि जिन निवेशकों ने एक दशक पहले औसतन 10,000 रुपये SIP के साथ डायरेक्ट इक्विटी फंड्स में निवेश किया था, आज उनकी रकम 28.1 लाख रुपये हो चुकी है जबकि नियमित योजना में किए गए निवेश से पूंजी 26.6 लाख रुपये हुई है। इतने ही समय में 5 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश ने रेगुलर प्लान में औसतन 21 लाख रुपये का रिटर्न दिया जबकि डायरेक्ट प्लान में यह रकम बढ़कर 23.09 लाख रुपये हो गई, या इसने 10% का अतिरिक्त रिटर्न दिया। हाइब्रिड और डेट श्रेणियों में फंड्स ने भी SIP के लिए अतिरिक्त 6% और 3% का रिटर्न दिया, वहीं एकमुश्त निवेश पर 11% और 6% का रिटर्न दिया। अपने प्लैटफॉर्म पर डायरेक्ट Mutual Fund की पेशकश की शुरुआत के बाद से, इन अतिरिक्त रिटर्न की वजह से 4.5 वर्षों में अकेले ईटी मनी पर निवेशकों के लिए 183 करोड़ रुपये से अधिक की एक्स्ट्रा पूंजी तैयार हुई है। डायरेक्ट स्कीमों में लगभग 18,16,920 करोड़ रुपये (भारतीय Mutual Fund इंडस्ट्री के AUM का 45%) के साथ, कमीशन पर बचाया गया कुल पैसा और भारतीय निवेशकों के रिटर्न में जोड़ा जाए तो यह रकम 1000 करोड़ रुपये से अधिक की होती है।
इस तरह हुई कमाई
इंडस्ट्री में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने के मौके पर ईटी मनी के संस्थापक और सीईओ मुकेश कालरा ने कहा, ‘डायरेक्ट प्लान कमीशन के भय को दूर करते हैं और इसकी शुरुआत एमएफ उद्योग में गलत बिक्री को कम करने के लिए सबसे प्रभावी पहल रही है। बड़े पैमाने पर डायरेक्ट निवेश योजनाओं तक पहुंचने में भारतीयों की मदद करने वाले पहले प्लैटफार्मों में से एक बनने के मामले में हम विशेषाधिकार महसूस करते हैं। जीनियस के माध्यम से शक्तिशाली निर्णय लेने वाले उपकरणों और बेहद-व्यक्तिगत निवेशों के उपयोग के माध्यम से, हमारा मकसद अपने यूजर्स की धन-सृजन यात्रा को चक्रवृद्धि रिटर्न के जरिए अगले 5 वर्षों में 183 करोड़ रुपये से बढ़ाकर कम से कम 1000 करोड़ रुपये तक बढ़ाना है।’
एक्स्ट्रा कमाई कराने में ये कंपनियां रहीं अव्वल
ऐक्सिस म्यूचुअल फंड ने 34.82 करोड़, मिराए एसेट म्यूचुअल फंड ने 24.16 करोड़, क्वांट म्यूचुअल फंड ने 16.90 करोड़, एसबीआई Mutual Fund ने 11.58 करोड़, कोटक म्यूचुअल फंड ने 10.14 करोड़ और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने 10.08 करोड़ रुपये का रिटर्न दिया है।