शाश्वत सिंह/ झांसी: मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसा मुद्दा है जो लगातार चर्चा में बना हुआ है. मानसिक स्वास्थ्य के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मानसिक स्वास्थ्य से पीड़ित मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बन चुकी है. खास तौर से युवा वर्ग इसका शिकार बनता जा रहा है. युवाओं में डिप्रेशन और आत्महत्या जैसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं. युवाओं में सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि वह अपने दिल की बात किसी से कह नहीं पाते हैं. अपनी बात को खुल कर ना कह पाने के कारण वह डिप्रेशन में चले जाते हैं.
ऐसे में युवाओं और अन्य लोगों के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और सिफ्सा द्वारा एक खास वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में 10 और 11 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य पर यह वर्कशॉप आयोजित की जायेगी. यहां एक्सपर्ट्स मानसिक स्वास्थ्य पर टिप्स देंगे. इसके साथ ही यहां एक खास ओपन माइक का भी आयोजन किया जाएगा. यहां लोग खुल कर अपने मन की बात कह सकते हैं. इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर एक पेंटिंग प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है.
लोग कर सकेंगे मन की बात
वर्कशॉप की संयोजक और बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में ललित कला की शिक्षक डॉ. श्वेता पांडेय ने बताया कि सिफ्सा और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा लगातार मानसिक स्वास्थ्य पर काम किया जा रहा है. इसी क्रम में इस खास वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. यहां लोग ओपन माइक और पेंटिंग के माध्यम से अपने मन की बात सबके साथ साझा कर सकते हैं. 2 दिन के इस वर्कशॉप में लोगों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.
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FIRST PUBLISHED : October 9, 2023, 14:28 IST