Home World डॉलर, कोल्‍ड वॉर… एससीओ सम्‍मेलन में पीएम मोदी और पुतिन के सामने अमेरिका पर जमकर बरसे चीनी राष्‍ट्रपति जिनपिंग

डॉलर, कोल्‍ड वॉर… एससीओ सम्‍मेलन में पीएम मोदी और पुतिन के सामने अमेरिका पर जमकर बरसे चीनी राष्‍ट्रपति जिनपिंग

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बीजिंग: मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्‍यक्षता में शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) के सम्‍मेलन का आयोजन हुआ। यह सम्‍मेलन वर्चुअली आयोजित हो रहा है और चीन, रूस, पाकिस्‍तान समेत कई देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्ष इसमें हिस्‍सा ले रहे हैं। चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग ने इस दौरान जब अपना संबोधन दिया तो उन्‍होंने एक तरफ तो शांति की बात की मगर दूसरी तरफ अमेरिका का नाम लिए उस पर निशाना साधा। वैगनर ग्रुप की तरफ से पिछले दिनों रूस में हुई असफल तख्‍तापलट की कोशिश के बाद इस सम्‍मेलन का आयोजन हो रहा है। ऐसे में सबकी नजरें रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन के संबोधन पर भी टिकी हैं।

डॉलर को छोड़ने का प्रस्‍ताव
चीनी राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग ने एससीओ सम्‍मेलन के दौरान डॉलर को त्‍यागने का प्रस्‍ताव दिया। साथ ही उन्‍होंने रंगभेद के खिलाफ मजबूती से खड़े होने की भी बात कही। जिनपिंग ने एससीओ में बहुपक्षीय आर्थिक प्रतिबंधों पर भी जोर दिया है। जिनपिंग ने इस दौरान कहा कि एससीओ को क्षेत्र में शांति हासिल करने की दिशा में काम करना चाहिए। उनके शब्‍दों में, ‘हमें अपने संबंधों को मजबूत करना चाहिए और सीमा पार करने में सहूलियतें देनी चाहिए। साथ ही सप्‍लाई और आपूर्ति और वैल्‍यू चेन्‍स को इंटीग्रेट भी करना चाहिए।’

हस्‍तक्षेप का विरोध हो
जिनपिंग ने इस दौरान कहा कि क्षेत्र में नए शीत युद्ध को शुरू करने की कोशिशों का सामना करने की जरूरत है। साथ ही उन्‍होंने क्षेत्र के देशों के मामलों में बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप के विरोध पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों से प्रमुख पारस्परिक हितों और चिंताओं का सम्मान करना होगा। साथ ही जो भी असहमति है उसे सिर्फ बातचीत के जरिए ही हल किया जाए।

वैगनर विद्रोह के बाद सामने आएंगे पुतिन
रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन वैगनर विद्रोह के बाद एससीओ सम्‍मेलन में पहली बार दुनिया के सामने आएंगे। सम्‍मेलन का आयोजन पहली बार भारत की अध्‍यक्षता में हो रहा है। इस बार ईरान को भी पूर्ण सदस्‍यता मिली है। इसका ऐलान पीएम मोदी की तरफ से किया गया। पीएम मोदी ने इस दौरान अफगानिस्‍तान के हालात का जिक्र किया। साथ ही उन्‍होंने यूक्रेन संघर्ष और आपसी संघर्ष को भी बढ़ाने की बात कही है।

पूर्वी लद्दाख पर जारी टकराव

शिखर सम्मेलन का आयोजन भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख सीमा पर तीन साल से ज्‍यादा समय से चले आ रहे टकराव के बीच ही हो रहा है। हाल ही में पीएम मोदी अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन के आमंत्रण पर अपनी पहली राजकीय यात्रा से लौटे हैं। उनके लौटने के दो हफ्ते बाद ही इस शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है।



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