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US South Africa Conflict: दक्षिण अफ्रीका में किसानों की हत्या का मामला अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे नरसंहार बताकर दोनों देशों के बीच के रिश्तों में खटास डाल दी है. वह…और पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप के दावे को साउथ अफ्रीका ने किया खारिज. (Credit- Reuters)
हाइलाइट्स
- ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका पर नरसंहार का आरोप लगाया.
- दक्षिण अफ्रीका ने ट्रंप के आरोपों को खारिज किया.
- कृषि मंत्री ने भूमि अधिग्रहण और नरसंहार से इनकार किया.
दक्षिण अफ्रीका के किसानों ने वहां कृषि क्षेत्र पर हुए हमलों की याद में बनाए गए स्मारक का दौरा किया और इस हमले में मारे गए गोरे और काले दोनों वर्ग के अफ्रीकी किसानों को श्रद्धांजलि दी. आपको बता दें कि इस हमले की वजह से दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका के रिश्तों में खटास पड़ चुकी है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने इसे सीधे तौर पर नस्लभेद और रंगभेद से जोड़ दिया.
किसानों की याद में स्मारक पर कार्यक्रम ऐसे समय में आयोजित किया गया है, जब इस सप्ताह ही दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरील रामाफोसा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के लिए वहां जा रहे हैं. अफ्रीकी किसान अमेरिका की नयी शरणार्थी नीति के केंद्र में हैं और उनका ये दौरा कापी महत्वपूर्ण है.
किसानों को दी गई श्रद्धांजलि
बोथाविल में आयोजित कृषि मेले में अनाज से लेकर बंदूकों तक की प्रदर्शनी लगाई गई और मेले में हजारों किसान एकत्र हुए. कार्यक्रम में कुछ रूढ़िवादी श्वेत अफ्रीकी समूहों ने भी ट्रंप प्रशासन के उन ‘नरसंहार’ और भूमि अधिग्रहण के दावों को खारिज कर दिया, जिनका हवाला देकर ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका को दी जाने वाली सभी वित्तीय सहायता में कटौती कर दी थी. कृषि मेले में कुछ लोगों ने कहा कि देश छोड़कर भागना किसी तरह का समाधान नहीं है.
क्या कहा था ट्रंप ने?
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में सीधे तौर पर कहा था कि साउथ अफ्रीका में गोरे किसानों का ‘नरसंहार’ हो रहा है, जिसे दुनिया से छिपाया जा रहा है. ट्रंप ने न केवल इस मुद्दे को उठाया, बल्कि साउथ अफ्रीका की विदेश नीति, खासकर इजरायल के खिलाफ उसके रुख और ईरान के साथ बढ़ते रिश्तों को भी निशाना बनाया. इसके चलते ट्रंप ने साउथ अफ्रीका पर कुछ पाबंदियां लगाईं और 50 से ज्यादा गोरे दक्षिण अफ्रीकी किसानों को अमेरिका में शरण दी. इन लोगों का दावा है कि वे नस्लीय और हिंसक उत्पीड़न और श्वेतों के स्वामित्व वाली भूमि पर व्यापक कब्ज़े के कारण भागकर आए हैं.
कृषि मंत्री का इनकार
कृषि मंत्री जॉन स्टीनहुइसन ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया, ‘मुझे वाकई उम्मीद है कि राष्ट्रपति सिरील रामाफोसा वाशिंगटन की आगामी यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने तथ्य रखने में सक्षम होंगे और यह प्रदर्शित करेंगे कि दक्षिण अफ्रीका में भूमि का न तो बड़े पैमाने पर अधिग्रहण नहीं हो रहा है और न ही कोई नरसंहार नहीं हो रहा है.’ साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा भी इन दावों को लेकर कह चुके हैं कि कुछ अफ्रीकी लॉबी ग्रुप और अमेरिका के कंजर्वेटिव कमेंटेटर ट्रंप को गलत जानकारी दे रहे हैं.
दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत नेता दिवंगत राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने 25 साल पहले बोथाविल में खड़े होकर दशकों से चली आ रही रंगभेद की नस्लीय व्यवस्था के बाद के शुरुआती वर्षों में किसानों पर बढ़ते हिंसक हमलों को स्वीकार किया था. उन्होंने कहा था कि लेकिन हमारे खेतों पर अपराध की जटिल समस्या, अन्य जगहों की तरह, दीर्घकालिक समाधान की मांग करती है.
News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा…और पढ़ें
News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा… और पढ़ें
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