Home National तब मेरी बात नहीं मानी, बंगाल में सीट शेयरिंग के बवाल पर भड़के मिलिंद देवड़ा; कांग्रेस को खूब सुनाया

तब मेरी बात नहीं मानी, बंगाल में सीट शेयरिंग के बवाल पर भड़के मिलिंद देवड़ा; कांग्रेस को खूब सुनाया

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तब मेरी बात नहीं मानी, बंगाल में सीट शेयरिंग के बवाल पर भड़के मिलिंद देवड़ा; कांग्रेस को खूब सुनाया

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लोकसभा चुनाव 2024 में सीटों के बंटवारे को लेकर इंडिया अलायंस के घटक दल एकमत नहीं हैं। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बंगाल की सभी लोकसभा सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला कर बम फोड़ दिया। उधर आम आदमी पार्टी (आप) ने भी दबे स्वर में ऐलान कर दिया है कि वह पंजाब में अकेले ही चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस, इंडिया अलायांस में टीएमसी और आप के साथ सहयोगी है। मगर अलग-अलग राज्य में सीट शेयरिंग की स्थिति पर वह असहाय नजर आ रही है। जिन राज्यों में इंडिया अलायांस के घटक दल मजबूत हैं, वहां वे कांग्रेस को लोकसभा चुनाव चुनाव में सीट देने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। ऐसी स्थिति को देखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और हाल ही में कांग्रेस से एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होने वाले मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।

पूर्व कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने की ममता बनर्जी के अचानक आए फैसले पर टिप्पणी की है। उन्होंने अंग्रेजी में एक फ्रेज का इस्तेमाल करते हुए एक्स पर लिखा, “Yesterday, the chickens came home to roost in West Bengal.” मिलिंद देवड़ा के कहने का लब्बोलुआब यह है कि उन्होंने महाराष्ट्र में भी इंडिया के घटक दलों द्वारा कांग्रेस को नजरअंदाज करने के खिलाफ आवाज उठाई, मगर किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा, “कुछ हफ्ते पहले, मैं महाराष्ट्र के अकेले कांग्रेस नेता के रूप में खड़ा था, जो पार्टी के हितों को उपेक्षित होने से बचाने के लिए लड़ रहा था। मेरी चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया गया।”

बता दें देवड़ा का कांग्रेस नेतृत्व के प्रति असंतोष मुंबई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र को लेकर था, देवड़ा और उनके परिवार का इस सीट से पुराना संबंध है। मिलिंद देवड़ा ने दो बार इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। वहीं क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत कांग्रेस नेतृत्व के लिए एक चुनौती साबित हुई। यही वजह थी कि महाराष्ट्र में मिलिंद देवड़ा ने शिंदे गुट की शिवसेना का दामन थामा।  मौजूदा सीट शेयरिंग के कलह को देखें तो कांग्रेस को पंजाब और पश्चिम बंगाल दोनों जगहों पर बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। आप और टीएमसी दोनों ने कहा कि वे पंजाब और पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेंगे। ऐसी स्थिति में कांग्रेस क्या निर्णय लेगी इसका पता भविष्य में ही चलेगा।

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