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‘टीटीपी पर कार्रवाई करे तालिबान’
जबीउल्लाह ने यह भी कहा कि उनका देश अपनी जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान पर हमले के लिए नहीं होने देगा। तालिबान ने पाकिस्तान को एक मुस्लिम और दोस्ताना देश बताया। पाकिस्तान बार-बार तालिबान से मांग कर रहा है कि वह तहरीक-ए-तालिबान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे लेकिन अब तक उसे कोई फायदा नहीं हुआ है। टीटीपी आतंकी लगातार अफगानिस्तान की जमीन पर हमले कर रहे हैं। पिछले सप्ताह ही पाकिस्तान की सेना ने 12 जवानों की मौत के बाद कहा था कि वह पड़ोसी देश में आतंकियों को पनाह दिए जाने से बहुत चिंतित है।
पाकिस्तानी सेना ने तालिबान को धमकी दी है कि उसके पास अफगानिस्तान में घुसकर टीटीपी पर प्रभावी हमला करने का विकल्प मौजूद है। सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता फरहतुल्ला बाबर ने कहा कि यह बहुत ‘परेशान करने वाला’ है। उन्होंने कहा, ‘तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि तालिबान ने दोहा समझौता अमेरिका के साथ किया था, न कि पाकिस्तान के साथ। तालिबान की पाकिस्तान के प्रति नीति अलग है।’ उन्होंने सवाल किया कि क्या दोहा समझौता तालिबान को कुछ आतंकियों के लिए बाध्य करता है, सभी के लिए नहीं। उनके इस बयान से पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी सहमति जताई है।
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