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मूल रूप से प्रयागराज के रहने वाले अनिरुद्ध पांडे का चयन यूपीपीएससी पीसीएस ( UPPSC PCS Result 2022 ) में डिप्टी एसपी के पद पर हुआ है। उत्कर्ष एकेडमी से टेस्ट सीरीज की तैयारी करने वाले अनिरुद्ध की यह तीसरी सफलता है। वर्ष 2020 में इनका चयन जिला अल्पसंख्यक अधिकारी और 2021 में नायब तहसीलदार के पद पर हुआ है। अनिरुद्ध के पिता आदर्श पांडे सेना में थे। इसलिए अलग-अलग शहरों में पढ़ाई पूरी हुई है। एमएनएनआईटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। सिविल सर्विसेज का सपना था इसलिए संस्थान में हुए कैंपस प्लेसमेंट का हिस्सा नहीं बना। अनिरुद्ध ने बताया कि आईएएस बनने का सपना है। इसलिए, यूपीएससी की तैयारी चल रही है और 11 मई को इसका इंटरव्यू है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने शुक्रवार देर शाम पीसीएस 2022 का अंतिम परीक्षा परिणाम जारी किया। कानपुर और यहां रहकर तैयारी करने वाली मेधाओं ने परचम फहराया है। प्रदेश में टॉप करने वाली दिव्या सिकरवार ने कानपुर में रहकर तैयारी की और सफलता प्राप्त की। उत्कर्ष एकेडमी डॉ. प्रदीप दीक्षित व डॉ. अलका दीक्षित ने बताया कि संस्थान से तैयारी करने वाले दिव्या सिकरवार व शरद चौधरी का चयन डिप्टी कलक्टर, अंकुर गौतम व अनिरुद्ध पांडेय का डिप्टी एसपी, श्रेति गर्ग का बीडीओ, कपिल तिवारी का सब-रजिस्ट्रार, अनुपम अवस्थी का बीएसए, सुरभि श्रीवास्तव का दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी और प्राची पंवार व विनय प्रतिपा राव का यूथ वेलफेयर ऑफिसर पद पर चयन हुआ है। एपेक्स एकेडमी के निदेशक देवीशंकर तिवारी ने बताया कि संस्थान से तैयारी करने वाली कोमल का बीडीओ पद पर चयन हुआ है।
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कानपुर से शुरू हुआ टॉप करने का सफर
पीसीएस में प्रदेश टॉप करने वाली आगरा की दिव्या सिकरवार की कामयाबी का सफर कानपुर से ही शुरू हुआ। दिव्या ने नौबस्ता एसीपी के यहां तैनात चचेरे भाई गजेंद्र सिकरवार के सरकारी आवास में रहकर इंटरव्यू की तैयारी और यह कामयाबी प्राप्त की। दिव्या के पिता राजपाल सिंह बीएसएफ से रिटायर हैं। दिव्या के भाई दीपक भी यूपी पुलिस में है और कासगंज में पोस्टेड हैं। छोटा भाई कपिल अभी पढ़ाई कर रहा है।
आईएएस का सपना, डिप्टी कलक्टर बने शरद
आईएएस बनने का सपना संजोए शरद चौधरी डिप्टी कलक्टर बने हैं। आवास विकास केशवपुरम में रहने वाले शरद के पिता सुरेश चौधरी स्वरूप नगर स्थित यूनियन बैंक में मैनेजर हैं। मां सावित्री गृहणी हैं और छोटी बहन मानसी इंटीरियर डिजाइनर है। महाराणा प्रताप एजुकेशन सेंटर से 10वीं व 12वीं की पढ़ाई करने के बाद गाजियाबाद से वर्ष 2016 में बीटेक किया। उत्कर्ष एकेडमी से तैयारी करने वाले शरद ने बताया कि पीसीएस में तीसरी बार सफलता मिली है। वर्ष 2018 में जिला बचत अधिकारी पद पर चयन हुआ था। वर्ष 2020 में असिस्टेंट कमिश्नर इंडस्ट्री पद पर चयन हुआ था। वर्तमान में औरैया में तैनाती है। यूपीएससी की तैयारी चल रही है। आईएएस बनना ही सपना है।
चौकी इंचार्ज का बेटा बना डिप्टी एसपी
फजलगंज थाना के मिल चौकी एरिया प्रभारी कमलेश राय के बेटे संजीव राय का चयन डिप्टी एसपी पद पर हुआ है। मूलतः आजमगढ़ के रहने वाले कमलेश राय की बीती जुलाई में कानपुर में तैनाती हुई है। कमलेश के मुताबिक संजीव ने लखनऊ से 10वीं व 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद बीटेक किया है। संजीव को यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली है। हालांकि उसका सपना आईएएस बनने का है। छोटे भाई विशाल भी बीटेक करने के बाद यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं।
प्रोफेसर अनुपम बने बीएसए
मूलतः कानपुर देहात के रहने वाले अनुपम अवस्थी का चयन बीएसए के पद पर हुआ है। उत्कर्ष एकेडमी से तैयारी करने वाले अनुपम की यह तीसरी नौकरी है। वे नवोदय विद्यालय राजौरी में इतिहास के शिक्षक रह चुके हैं और वर्तमान में राजकीय डिग्री कॉलेज फर्रुखाबाद में इतिहास विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। 10वीं उत्तराखंड से पास करने के बाद 12वीं कानपुर देहात से की। अनुपम ने डीएवी कॉलेज से स्नातक और क्राइस्टचर्च कॉलेज से परास्नातक की पढ़ाई की है। वह नेट जेआरएफ हैं। अनुपम के पिता पुत्तनलाल अवस्थी शिक्षक के पद से रिटायर हैं और मां आशा अवस्थी गृहणी हैं। अनुपम की पत्नी आकांक्षा अवस्थी भी गृहणी हैं। अनुपम का लक्ष्य यूपीएससी पास कर आईएएस बनना है।
संस्कृत विषय से कोषाधिकारी बने वेद
ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन के प्रधानाचार्य राम मिलन सिंह के बेटे वेद प्रकाश सिंह का चयन कोषाधिकारी के पद पर हुआ है। इससे पहले वेद का चयन वर्ष 2021 में नायब तहसीलदार और 2018 में जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी के पद पर हुआ था। वेद ने संस्कृत विषय लेकर पढ़ाई की थी। वेद ने पढ़ाई उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ में की है। उन्होंने बताया कि स्कूली शिक्षा के दौरान ही प्रशासनिक सेवाओं में जाने का निश्चय किया था। मूलतः बांदा के रहने वाले वेद अभी झांसी में तैनात हैं। उनका लक्ष्य यूपीएससी पास कर आईएएस बनना है। वेद की मां सुनीता सिंह गृहणी हैं।