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Anil Duzana Encounter: बुलंदशहर के कुख्यात बदमाश बलराज उर्फ भाटी ने पांच वर्ष पहले अनिल दुजाना की सुपारी ली और उसे मार्च 2018 में निपटाने की साजिश रच ली लेकिन एसटीएफ के अधिकारी ने अनिल दुजाना को जेल से बाहर नहीं निकलने दिया। इससे उसकी जान बच गई।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और कई बदमाशों को अपनी गोली से ढेर करने वाले सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर ने ‘हिन्दुस्तान’ को बताया कि अनिल दुजाना की हत्या मार्च 2018 में ही होनी थी। इसकी साजिश बुलंदशहर के बड़े बदमाश बलराज उर्फ भाटी ने रची थी। उनकी टीम और एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि महाराजगंज जेल में बंद अनिल दुजाना को जब जेल से कोर्ट में पेशी पर लाया जाएगा तो रास्ते में ही बलराज भाटी और उसके बदमाश उसे मौत के घाट उतार देंगे।
इसकी सूचना मिलते ही एसटीएफ और नोएडा पुलिस की टीम महाराजगंज रवाना हो गई, लेकिन टीम को वहां पर पहुंचने में देरी होती देखकर वर्तमान में एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव तिवारी ने बड़े अधिकारियों से वार्ता कर उस दिन अनिल दुजाना को जेल से बाहर निकलने से रुकवा दिया था।
अनिल के जेल से बाहर न आने की सूचना मिलते ही बलराज उर्फ भाटी वहां से निकल गया था। इसके बाद नोएडा पुलिस की टीम उस होटल में पहुंची थी, जहां बलराज अपने साथियों के साथ रुका था। यहां से पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी बरामद की थी, जिसमें तीन गाड़ियों में बलराज अपने साथियों के साथ होटल में आता और जाता दिखा था।
पत्नी के नाम पर लगाई थी जींस की फैक्टरी
जानकारी के अनुसार अनिल दुजाना अब उद्यमी बनना चाहता था। इसके लिए उसने जींस की फैक्टरी लगाई थी। यह फैक्टरी उसने अपनी पत्नी पूजा के नाम पर गाजियाबाद के लोनी में खोली थी और यह फैक्टरी अभी चल रही है।