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कल 31 मई को तेलंगाना में आयोजित हुए विश्व सौंदर्य प्रतियोगिता में मिस वर्ल्ड का ताज अपने नाम करने में बाजी मारी थाईलैंड की ब्यूटी ओपल सुचाता चुआंगश्री (opal suchata chuangsri) ने. वहीं, भारत की नंदिनी गुप्ता ने…और पढ़ें

थाईलैंड की ओपल सुचाता मिस वर्ल्ड का ताज अपने नाम करने के बाद फिलहाल सातवें आसमान पर होंगी. होना भी चाहिए, क्योंकि उन्हें विश्व की सबसे सुंदर महिला होने का खिताब जो मिला है. हैदराबाद में इस साल 72वें मिस वर्ल्ड का ग्रैंड फिनाले आयोजित किया गया. ओपल सुचाता के सिर वर्ष 2024 की मिस वर्ल्ड रही क्रिस्टनी पिज्कोवा ने उन्हें ताज पहनाया.

दुनिया भर से 108 प्रतिभागियों के बीच ओपल सुचाता ने इस कॉम्पटीशन को जीत कर अपने देश का नाम रोशन किया है. ओपल की शिक्षा की बात करें तो उन्हें साइकोलॉजी और anthropology में दिलचस्पी है. वे राजदूत बनने की ख्वाहिश रखती हैं. इतना ही नहीं, ओपल ने ब्रेस्ट कैंसर के क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों के साथ भी स्वयंसेवी के रूप में कार्य भी किया है.

मिस वर्ल्ड वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, ओपल का जन्म वर्ष 2003 मार्च में फुकेत शहर में हुआ. फिलहाल वे थाईलैंड में अंतरराष्ट्रीय मामलों की पढ़ाई कर रही हैं. ओपल को उकेलेल (एक प्रकार का म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट) बजाने में भी दिलचस्पी है.

इन्हें पेट्स पालने का भी खूब शौक है. खबरों के अनुसार, ओपल के पास एक या दो नहीं बल्कि पांच डॉग और लगभग 16 बिल्लियां हैं. इंग्लिश, थाई, चीनी भाषाएं वे लिखना-बोलना जानती हैं. उनके लिए सबसे गर्व की बात ये है कि वे अपने देश (थाईलैंड) के लिए मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने वाली पहली महिला सुंदरी बन गई हैं.

मात्र 16 साल की उम्र में ही वे एक गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम से जूझने के बाद थाईलैंड की महिलाओं के बीच स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम करना शुरू कर दिया था. उन्होंने ओपल फॉर हर नाम से एक पहल की भी शुरुआत की, जो आज थाईलैंड में एक सोशल आंदोलन का रूप ले चुका है और इसके जरिए महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है.

वर्ष 2024 में भी ओपल ने मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया था. इसमें उन्होंने तीसरा स्थान प्राप्त किया था. बात करें भारत की नंदिनी गुप्ता की तो वे इस प्रतियोगिता में टॉप 20 में पहुंचने में सफल रहीं, लेकिन अफसोस कि वे फाइनल राउंड में अपनी जगह नहीं बना सकीं. हालांकि, यहां तक पहुंच कर भी नंदिनी ने अपने देश का नाम ऊंचा और रोशन जरूर किया है.
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