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Indian Army Story: मेहनत, लगन और आत्मविश्वास के साथ किए गए कामों को पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसे ही हरियाणा की एक लड़की ने अपने दादा के सपने को पूरा करने के लिए UPSC CDS की परीक्षा में तीसरी रैंक हासि…और पढ़ें

UPSC CDS की परीक्षा में रैंक 3 हासिल की हैं.
हाइलाइट्स
- UPSC CDS में तीसरी रैंक हासिल की.
- अब भारतीय सेना में अधिकारी बनेंगी.
- अपनी सफलता का श्रेय मेहनत और आत्मविश्वास को दिया.
Indian Army Story: अगर आप किसी भी काम को पूरी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास के साथ करते हैं, तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है. इसी तरह हर्षिता कादियान (Harshita Kadian) ने अपने दादा के सपनों को पूरा करने के लिए UPSC CDS की परीक्षा में शानदार परफॉर्म किया है. उनके दादा चाहते थे कि वह एक राजपत्रित अधिकारी बनें. इस परीक्षा में उन्होंने पूरे देश में तीसरा स्थान (AIR-3) हासिल कर बड़ा नाम कमाया है.
UPSC CDS में हासिल की रैंक 3
UPSC CDS की परीक्षा में टॉप 3 रैंक हासिल करने वाली हर्षिता कादियान हरियाणा के रोहतक जिले की रहने वाली हैं. हर्षिता की इस सफलता के साथ अब भारतीय सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करना का उनका सपना साकार होने जा रहा है. CDS परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा साल में दो बार आयोजित की जाती है. इसका उद्देश्य इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA), नेवल एकेडमी (INA), एयरफोर्स एकेडमी (AFA) और ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) में योग्य उम्मीदवारों की भर्ती करना होता है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी से हैं ग्रेजुएट
हर्षिता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हिसार के ओपी मॉडर्न जिंदल स्कूल से प्राप्त की और इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में ग्रेजुएशन (ऑनर्स) की पढ़ाई पूरी की. उनका परिवार शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ा है. उनके पिता अशोक कादियान और मां किरण कादियान हिसार में अंग्रेजी बोलने और IELTS की कोचिंग देने वाली एकेडमी चलाते हैं.
पारिवारिक प्रेरणा से मिली कामयाबी
हर्षिता का परिवार मूल रूप से झज्जर जिले के दुबलधन गांव से ताल्लुक रखता है. उनके दादाजी रण सिंह लोक निर्माण विभाग (PWD) से सुपरिटेंडेंट पद से रिटायर हुए हैं और दादी ओमवती देवी एक सेवानिवृत्त सरकारी हिंदी शिक्षिका हैं. टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार हर्षिता ने बताया कि उनके दादाजी चाहते थे कि वह एक राजपत्रित अधिकारी बनें और उन्होंने ही उनमें सफलता का जुनून भरा.
कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास बना सफलता की कुंजी
हर्षिता ने अपनी सफलता का श्रेय लगातार की गई कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास को दिया. उन्होंने कहा कि सेना की वर्दी के लिए सम्मान मेरे दिल में हमेशा रहा है. आज मेरे परिवार को मुझ पर गर्व है कि मैं जल्द ही एक अधिकारी के रूप में देश की सेवा करूंगी.
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पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin…और पढ़ें
पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव. दूरदर्शन, ज़ी मीडिया और News18 के साथ काम किया है. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन दिल्ली से की, बाद में ज़ी मीडिया से जुड़े और वर्तमान में News18 Hin… और पढ़ें
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