Home National दावा: बंगाल में पंचायत चुनाव जीतने वाले BJP कैंडिडेट ‘TMC के डर’ से असम भागे

दावा: बंगाल में पंचायत चुनाव जीतने वाले BJP कैंडिडेट ‘TMC के डर’ से असम भागे

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दावा: बंगाल में पंचायत चुनाव जीतने वाले BJP कैंडिडेट ‘TMC के डर’ से असम भागे

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धुबरी (असम). पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नौ उम्मीदवार और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का एक उम्मीदवार तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के कथित हमलों के बाद बुधवार को पड़ोसी राज्य असम में भाग गए हैं. भाजपा के नेताओं ने इस बात का दावा किया है.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा था कि पश्चिम बंगाल के 133 लोगों ने अपने राज्य में पंचायत चुनाव की हिंसा के कारण अपनी जान के डर से असम में शरण ली है. भाजपा की धुबरी जिला इकाई के अध्यक्ष प्रोसेनजीत दत्ता ने यहां संवाददाताओं को बताया कि कूचबिहार जिले के तूफानगंज विधानसभा क्षेत्र के तहत चिलखाना-द्वितीय ग्राम पंचायत से जीतने वाले पांच भाजपा उम्मीदवार यहां पहुंचे हैं.

अन्य चार भाजपा उम्मीदवार जो अपना घर छोड़कर भाग गए हैं, वे उसी जिले के नटबारी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बलरामपुर-द्वितीय से आए हैं. माकपा के उम्मीदवार नूर मोहम्मद भी अपने परिवार के साथ कूचबिहार जिले में अपने घर से धुबरी भाग गए. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन पर और उनके समर्थकों पर हमला किया था.

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की और अपने प्रतिद्वंद्वियों को काफी पीछे छोड़ दिया. राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) द्वारा घोषित परिणामों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस ने जिला परिषद की कुल 928 सीट में से 880 अपने नाम की और उसकी करीबी प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 31 सीट जीती है. कांग्रेस और वाम गठबंधन ने 15 सीट जीती और बाकी दो सीट अन्य उम्मीदवारों ने जीती.

एसईसी के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस ने 63,229 ग्राम पंचायत सीट में से 35 हजार से अधिक पर जीत दर्ज कर ली है. एसईसी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने करीब 10 हजार सीट पर जीत दर्ज की है. कांग्रेस और वाम गठबंधन ने करीब छह हजार सीट अपने नाम की. तृणमूल का मकसद ग्रामीण चुनाव में बड़ी जीत हासिल करना था, जिससे 2024 के संसदीय चुनाव से पहले वह अपने ग्रामीण आधार को मजबूत करने के साथ ही शहरी मतदाताओं को इसके परिणामों से आश्वस्त कर सके.

Tags: Assam, BJP, TMC, West bengal

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