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दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने खुद संज्ञान लिया है. खराब वायु गुणवत्ता को लेकर एनजीटी का बड़ा दखल देते हुए केन्द्रीय पर्यावारण मंत्रालय समेत चार विभागों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
दिल्ली एनसीआर में खराब वायु गुणवत्ता के मामले में एनजीटी ने लिया स्वतः संज्ञान लिया और दीवाली से पहले राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर एनजीटी ने सख्त रुख अख्तियार किया. एनजीटी ने राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए और खराब आबोहवा के कारण नवजात शिशुओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी खतरे के मद्देनजर एनजीटी ने खुद मामले में संज्ञान लिया है.
एनजीटी ने केंद्रीय पर्यवारण मंत्रलाय, केंद्रीय पॉल्यूशन नियंत्रण बोर्ड, वायु गुणवत्ता आयोग और डीपीसीसी को नोटिस जारी किया है. एनजीटी ने पूछा है कि दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता को खराब होने से रोकने के लिए उन्होंने जो कार्रवाई की है, उसे पेश करने का निर्देश दिया है. इस मामले की अगली सुनवाई एनजीटी 8 नवंबर को करेगा.
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आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में अक्टूबर 2020 के बाद से सबसे अधिक प्रदूषित हो रहा है और आने वाले दिनों में इसमें बहुत कम सुधार की उम्मीद है. पहले 19 दिनों में शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 181.7 है, जो 2022 और 2021 दोनों के औसत से अधिक है. यह 2020 में दर्ज औसत AQI 226.1 से बेहतर है.
पूर्वानुमान के अनुसार, सुधार की संभावना नहीं है, शुक्रवार को AQI के खराब श्रेणी में जाने की उम्मीद है और अगले छह दिनों तक इसके वहीं बने रहने की संभावना है. आईएमडी अधिकारियों के अनुसार, हवा की गति, जो गुरुवार को 6 से 8 किमी/घंटा के बीच थी, शुक्रवार और शनिवार को घटकर 4 से 8 किमी/घंटा हो जाने की उम्मीद है. अधिकारियों ने कहा कि रविवार को मामूली वृद्धि की उम्मीद है, लेकिन एक्यूआई खराब रहेग.
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Tags: Air pollution, NGT
FIRST PUBLISHED : October 20, 2023, 12:12 IST
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