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Guddu Muslim In Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड मामले के आरोपी अतीक अहमद के शूटर गुड्डू मुस्लिम को अवैध हथियार मुहैया करने वाले हथियार तस्कर अवतार सिंह से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुड्डू मुस्लिम के प्रयागराज स्थित घर पर नोटिस चस्पा किया है। उसे पूछताछ में शामिल होने के लिए यह नोटिस उसके घर पर लगाया गया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल उससे हथियार मुहैया कराए जाने के मामले में उससे पूछताछ करना चाहती है। उधर घटना के बाद गुड्डू मुस्लिम परिवार समेत फरार है।
दरअसल बीते मार्च महीने में दिल्ली पुलिस की काउंटर इंटेलीजेंस ने अवतार सिंह नाम के हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने बताया कि खालिद और जीशान नामक दो लोगों को उसने 10 अवैध हथियारों मुहैया कराए थे। इसके बाद जब जांच आगे बढ़ी तो यह पता चला कि गुड्डू मुस्लिम ने यह हथियार अपने नेटवर्क के जरिये उससे मंगाए थे। इसके बाद पूरे नेटवर्क को खंगालते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उस दौरान 28 मार्च को खालिद और जीशान को शेख सराय से गिरफ्तार कर लिया था। दोनों के कब्जे से दो पिस्टल व कारतूस बरामद किए गए थे।
अपराध से पहले जारी किया गया नोटिस?
दिल्ली पुलिस ने गुड्डू मुस्लिम के घर पर जो नोटिस चस्पा किया है, उसमें लिखी तारीख को लेकर सवाल उठ रहे हैं। नोटिस में लिखा है कि 31 मार्च 2023 को दिल्ली की स्पेशल सेल ने 25 आर्म्स एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की थी। गुड्डू को बयान के लिए 25 अप्रैल 2023 को बुलाया गया था। लेकिन इसी रिपोर्ट में विवेचक का हस्ताक्षर व नाम लिखा है। स्पेशल सेल के एसआई नवीन डहिया का नाम और हस्ताक्षर है। लेकिन तारीख 22-3-2023 अंकित है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या अपराध से पहले ही नोटिस जारी हो गया। 22 मार्च को नोटिस और अपराध की तिथि 31 मार्च है। हालांकि चर्चा है कि 22 तीन की जगह 22 चार होना चाहिए। लेकिन पुलिस की ये नोटिस अब सवालों के घेरे में है।
दोनों ने दिया था असद और गुलाम को ठिकाना
स्पेशल सेल की पूछताछ में दोनों ने यह बताया था कि उन्होंने असद और गुलाम को भी शरण दी थी। हालांकि कुछ दिनों के बाद असद को यूपी एसटीएफ ने झांसी में मुठभेड़ में मार गिराया था। आगे की जांच पड़ताल के बाद 31 मार्च को सेल ने जावेद को भी गिरफ्तार कर लिया था। उसने बताया था कि वह उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम से मिला था। मार्च में छिपने के लिए दिल्ली आ गया था।