टीवी की मशहूर एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ अपने प्रेगनेंसी के आखिरी फेज को पूरी तरह से एंजॉय कर रही हैं। हालांकि, हाल ही में आई उनकी मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें जेस्टेशनल डायबिटीज हो गई है। दीपिका ने इस बात की जानकारी अपने यूट्यूब चैनल के जरिए फैंस को दी है। यहां जानिए क्या होती है जेस्टेशनल डायबिटीज और कैसे होगा बचाव-
दीपिका कक्कड़ ने प्रेग्नेंसी में 3 महीने तक खाया ये खाना, इन चीजों से बनाई दूरी
क्या है जेस्टेशनल डायबिटीज?
डायबिटीज के एक टाइप में जेस्टेशनल डायबिटीज शामिल है। ये प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये डायबिटीज उन महिलाओं को भी हो सकती है जिन्हें पहले कभी शुगर की समस्या नहीं थी।
जेस्टेशनल डायबिटीज के लक्षण
बार-बार पेशाब आना
बार-बार प्यास लगना
ज्यादा भूख लगना
आंखों से धुंधला दिखाई
जी मिचलाना
क्यों होती है जेस्टेशनल डायबिटीज
दीपिका ने अपने व्लॉग के जरिए अपनी मेडिकल रिपोर्ट्स शेयर की थी। इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया की जैसे-जैसे बेबी बढ़ता है, प्लेसेंटा बहुत सारे हॉर्मोंस रिलीज करता है। ये हार्मोन इंसुलिन रेसिस्टेंस पैदा करते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं।
कब होती है जेस्टेशनल डायबिटीज?
रिपोर्ट की मानें तो प्रेगनेंसी के 24 से 28वें हफ्ते के बीच जेस्टेशनल डायबिटीज हो सकती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बीमारी में घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह डायबिटीज बच्चे के जन्म के बाद अपने आप ही खत्म हो जाती है।
कैसे करें बचाव
एक बार रिपोर्ट्स में जब जेस्टेशनल डायबिटीज आ जाए तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से बात करें और उनके द्वारा बताई गई दवाई को खाना शुरू करें। इसके अलावा डायट में बदलाव जरूरी है। खुद के बचाव के लिए चावल, शुक्कर और कुछ मीठे फलों को खाना छोड़ दें। डायबिटीज के इस टाइप से बचने के लिए आप सुबह-शाम वॉक कर सकती हैं।
दीपिका कक्कड़ प्रेग्नेंसी में रोजाना खा रही हैं खजूर, आपको पता हैं फायदे?
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीकों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह लें।