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एक इंटरव्यू में बिलावल से पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई, शिया और अहमदिया जैसे समुदायों की स्थिति, जबरन धर्म परिवर्तन के बारे में सवाल पूछा गया। जवाब में बिलावल ने भारत में मुसलमानों की स्थिति पर सवाल उठाया और दावा किया कि ‘उनकी पार्टी (पीपीपी) देश में सद्भाव कायम करने के प्रति प्रतिबद्ध है।’ इंटरव्यू में उनसे कहा गया कि भारत में मुस्लिमों की आबादी बढ़ी है जबकि पाकिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या कम हुई है। बिलावल ने कहा, ‘मैंने बड़े होते हुए अपनी मां से जिस भारत के बारे में सुना था, वह एक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र था लेकिन आज मैं जिस भारत को देखता हूं वह बिल्कुल अलग है।’
पाकिस्तानी पत्रकार ने दिया जवाब
बिलावल को जवाब देते हुए पाकिस्तानी पत्रकार वीनगास ने इंडिया टुडे के साथ उनके इंटरव्यू की क्लिप शेयर की और ट्विटर पर लिखा, ‘बिलावल भुट्टो, आप दूसरों की ओर इशारा करके यह नजरअंदाज नहीं कर सकते कि सिंधी हिंदुओं, अहमदियों और ईसाइयों के साथ किस तरह का व्यवहार किया जाता है। एक दिन पहले, धार्मिक मामलों के मंत्री के बेटे की मौजूदगी में मीरपुरखास में 50 सिंधी हिंदुओं को इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया और अहमदिया मस्जिद पर हमला किया गया। आपकी पार्टी ने सिंधी हिंदुओं के लिए क्या किया है?’
50 हिंदुओं का धर्मांतरण
पाकिस्तान के दक्षिणी प्रांत सिंध में दस परिवारों के कम से कम 50 सदस्यों ने इस्लाम धर्म कबूल किया है। हिंदू कार्यकर्ताओं ने सरकार पर सामूहिक धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाया है। गुरुवार को को ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की एक खबर में बताया गया है कि ये लोग प्रांत के मीरपुरखास क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से हैं और इन्होंने शहर के बैत-उल ईमान न्यू मुस्लिम कॉलोनी मदरसे में आयोजित एक समारोह में धर्म बदला। मदरसे की रखवाली करने वालों में शामिल कारी तैमूर राजपूत ने पुष्टि की है कि 10 परिवारों के कम से कम 50 सदस्यों ने इस्लाम कबूला है, जिनमें 23 महिलाएं और एक साल की बच्ची शामिल है। खबर के अनुसार धार्मिक मामलों के मंत्री मोहम्मद तल्हा महमूद के बेटे मोहम्मद शमरोज खान ने धर्मांतरण समारोह में शिकरत की।
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