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देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में वर्ष 2014 के बाद से 82 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जहां 2014 से मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 थी, वहीं अब यह बढ़कर 704 हो गए हैं। एमबीबीएस सीट भी 110 प्रतिशत बढ़ी हैं। 2014 में एमबीबीएस की सीटें 51,348 थी जो अब बढ़कर 1,07,948 हो गई हैं। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में मेडिकल पीजी सीटों की संख्या में भी 117 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जो 2014 से पहले 31,185 थी, अब तक 67,802 हो चुकी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि केंद्र प्रायोजित योजना (CSS) के तहत पिछले पांच वर्षों में 101 मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है। इसमें मौजूदा जिला/रेफरल अस्पतालों से जो़ड़कर नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना करने का लक्ष्य है।
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केंद्र प्रायोजित योजना (सीएसएस) योजना के तहत तीन चरणों में कुल 157 सरकारी मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से पांच असम में हैं। सीएसएस को एमबीबीएस (यूजी और पीजी दोनों) सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए मौजूदा राज्य सरकार या केंद्र द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेजों को मजबूत करने और अपग्रेड करने के उद्देश्य से लागू किया गया था। 5,612.25 करोड़ रुपये की अनुमोदित लागत के साथ 77 कॉलेजों में 4,677 एमबीबीएस सीटें, 1,498.43 करोड़ रुपये की अनुमोदित लागत के साथ 72 कॉलेजों में पहले चरण में 4,058 पीजी सीटें और 62 कॉलेजों में दूसरे चरण में 3,957 पीजी सीटें जोड़ने के लिए 4,461.44 करोड़ रुपये की स्वीकृत लागत के साथ सहायता प्रदान की गई है।