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1937 में ही सावरकर को आशंका थी कि अलगाववादी मुसलिम भविष्य में भारत के विभाजन की माँग करेंगे। इसलिए अगले साल ही सावरकर ने हिंदू युवकों से आह्वान किया कि वे ब्रिटिश सैनिक के रूप में सेना में शामिल हों।
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1937 में ही सावरकर को आशंका थी कि अलगाववादी मुसलिम भविष्य में भारत के विभाजन की माँग करेंगे। इसलिए अगले साल ही सावरकर ने हिंदू युवकों से आह्वान किया कि वे ब्रिटिश सैनिक के रूप में सेना में शामिल हों।
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