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हाइलाइट्स
आज शाम को कुबेर की पूजा करते समय उनको गूलर का फूल अर्पित करें.
कुबेर को धनिया की पंजीरी, खीर या गुड़ और घी से बनी लापसी का भोग लगाना चाहिए.
बिजनेस और काम में उन्नति के लिए धनतेरस पर कुबेर यंत्र की स्थापना करें.
Kuber puja rules: आज धनतेरस मनाया जा रहा है. शाम को सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. आज सोने और चांदी के सिक्के, आभूषण, गाड़ी, मकान, दुकान आदि की खरीदारी करते हैं. धनतेरस पर देवतों के कोषाध्यक्ष और धनपति कुबेर की पूजा करते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव की कृपा से कुबेर धनपति बने और उनके पास धन का अक्षय भंडार है. वे धन के संरक्षक भी माने जाते हैं. इस वजह से धनतेरस पर कुबेर की पूजा करते हैं. उनके आशीर्वाद से धन और संपत्ति स्थाई रहती है, उसका क्षय नहीं होता है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि धनतेरस पर कुबेर जी को कैसे करें प्रसन्न? कुबेर पूजा में किन बातों को ध्यान रखना चाहिए?
धनतेरस 2023 कुबेर पूजा का मुहूर्त
आज 10 नवंबर को धनतेरस पर कुबेर पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 47 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट तक है.
कुबेर पूजा की 5 जरूरी बातें
1. आज शाम को कुबेर की पूजा करते समय उनको गूलर का फूल अर्पित करें. गूलर का संबंध शुक्र और कुबेर से है. इसको चढ़ाने से कुबेर प्रसन्न होते हैं और धन-संपत्ति में वृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. गूलर के पेड़ को शुक्र को जल अर्पित करें, नियमित उसकी देखभाल करें तो शुक्र ग्रह शुभ प्रभाव देता है. सुख और समृद्धि बढ़ती है.
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2. धन के देवता कुबेर को धनिया की पंजीरी, चावल की खीर या फिर गुड़ और घी से बनी लापसी का भोग लगाना चाहिए. ये तीनों ही मिष्ठान कुबेर को प्रिय हैं. इससे भी कुबेर प्रसन्न होकर उन्नति का आशीष देते हैं.
3. धनतेरस के दिन आप कुबेर दिशा यानि उत्तर दिशा में तांबे से भरा कलश रखें और उस पर पानी वाला नारियल रखें. उत्तर दिशा को हरे रंग से रंगना चाहिए या हरे रंग का पिरामिड रखना चाहिए. अपने तिजोरी को आप उत्तर दिशा में रखें. उत्तर दिशा में कुबेर की तस्वीर लगाकर नित्य पूजा करने से भी लाभ होता है.
4. बिजनेस और काम में उन्नति के लिए धनतेरस पर कुबेर यंत्र की स्थापना करें. इससे धन का संकट दूर होगा और आप धनवान बन सकते हैं. आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और भाग्य मजबूत होगा. आय के नए स्रोत बढ़ेंगे.
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5. कुबेर उत्तर के दिक्पाल और शिव जी के भक्त हैं. ब्रह्म देव के वरदान से कुबेर सभी संपत्ति के स्वामी बन गए. वे मां भगवती की कृपा से धनपति और सभी निधियों के स्वामी भी हो गए. आज धनतेरस पर शुक्र प्रदोष व्रत है. कुबेर की पूजा से पहले उनके आराध्य भगवान भोलेनाथ की पूजा करें तो वह प्रसन्न होंगे.
कुबेर यंत्र की स्थापना कैसे करें?
धनतेरस की रात 12:00 बजे से लेकर 03:00 बजे के मध्य कुबेर यंत्र की स्थापना उत्तर दिशा में करें. स्थापना से पहले कुबेर यंत्र का पंचामृत से अभिषेक करें. फिर उसकी पूजा करें और ॐ कुबेराय नम: मंत्र का उच्चारण करें. फिर कुबेर यंत्र को पूजा स्थान, धन स्थान, तिजोरी, कार्यस्थल या दुकान में स्थापित कर सकते हैं.
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Tags: Astrology, Dhanteras, Dharma Aastha
FIRST PUBLISHED : November 10, 2023, 10:39 IST
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