वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा टी20 सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी करने वाले हार्दिक पांड्या तीसरे टी20 के बाद काफी गुस्से का शिकार हुए। दरअसल तिलक वर्मा 49 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे और टीम को जीत के लिए चाहिए थे 2 रन। उस वक्त हार्दिक ने छक्का लगाकर मैच खत्म कर दिया और तिलक का पचासा भी नहीं पूरा हो पाया। इसके बाद लोगों ने हार्दिक को खूब भला-बुरा सुनाया। एमएस धोनी जिनको हार्दिक अपना आदर्श मानते हैं उनके और विराट कोहली के बीच कुछ ऐसे ही वाकिये के वीडियो वायरल हुए। इसी को लेकर अब भारतीय टीम के एक पूर्व ओपनर ने बयान दिया और हार्दिक को खास सलाह भी दी।
हार्दिक पांड्या के इस विवादित छक्के पर आकाश चोपड़ा ने मैच के बाद भी बयान देते हुए हैरानी जताई थी। अब एक बार फिर से उन्होंने इसका जिक्र किया और एमएस धोनी का नाम लेकर बयान दिया। दरअसल अक्सर हार्दिक कहते हैं कि वह एमएस धोनी को आदर्श मानते हैं। इसी बात को पकड़ते हुए चोपड़ा ने एमएस धोनी और विराट कोहली का वो वाकिया याद किया जब विराट युवा थे और साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक मैच में शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे। टीम इंडिया मैच जीतने वाली थी और विराट 60 से अधिक रन बना चुके थे। ओवर काफी बाकी थे तो एमएस ने एक मोमेंट पर जब आराम से विनिंग रन बनाकर टीम को जीत दिलाने का मौका था तब गेंद को डिफेंड कर दिया ताकि विराट कोहली विनिंग रन बनाएं। इसे याद करते हुए आकाश चोपड़ा ने बयान दिया।
‘धोनी को आदर्श मानते हैं तो भी उनके जैसे ना बनें’
एमएस धोनी के इस वाकिये को याद करते हुए फैंस ने हार्दिक पांड्या को उनकी हरकत के लिए सोशल मीडिया पर खूब लताड़ा। पर इस बार आकाश चोपड़ा ने हार्दिक को सुनाया नहीं बल्कि उन्हें एक खास सलाह दी और शायद बचाव भी किया। उनकी इस सलाह से लगा कि इस बार वह हार्दिक का बचाव कर रहे थे। चोपड़ा ने कहा कि, यह काफी रोचक है, हार्दिक की खूब आलोचना हुई और उन्हें ट्रोल किया गया। लेकिन टी20 क्रिकेट में हम माइलस्टोन के बारे में क्यों बात कर रहे हैं। मुझे याद है कि एक बार धोनी ने डिफेंस करके विराट को विनिंग रन बनाने का मौका दिया था। वह लाइमलाइट में नहीं आना चाहते थे। लेकिन हार्दिक को धोनी के जैसा बनने की जरूरत नहीं है, भले ही क्यों ना वह उन्हें अपना आदर्श मानते हों।
हार्दिक की कप्तानी का असली टेस्ट
हार्दिक पांड्या की कप्तानी का जहां पिछले कुछ दिनों तक काफी वाहवाही होती थी। वहीं वेस्टइंडीज के मौजूदा दौरे पर उनकी कप्तानी का असली टेस्ट होते दिखा है। कई पहलूओं पर उनकी कप्तानी की पोल भी खुली है। दूसरे टी20 में चहल को ओवर ना देना। साथ ही बल्लेबाजी क्रम और प्रेशर की स्थिति में उनके फैसले, सभी पर सवाल उठे। तीसरे टी20 के बाद तिलक वर्मा को पचासा पूरा नहीं करने देने पर उन्होंने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। इस पर हालांकि, तिलक, खुद हार्दिक या टीम इंडिया के किसी भी खिलाड़ी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अब भारतीय टीम 12 अगस्त शनिवार को फ्लोरिडा के लॉडरहिल में वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथा मुकाबला खेलने उतरेगी।