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New Education Policy : भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति से गुणवत्ता और संस्कार युक्त शिक्षा पर फोकस किया है। इसकी शुरुआत विद्यालयों में बच्चों में संस्कार देने से होगी। उक्त बातें केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र यादव ने शनिवार को योगदा सत्संग स्कूल, धुर्वा के नए भवन के उद्घाटन समारोह में कही। इस दौरान उन्होंने योगदा कॉलेज में बनाए नए सभागार का भी उद्घाटन किया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिक्षकों का दायित्व है कि वे बच्चों को देश की संस्कृति के बारे में बताएं, ताकि बच्चों में अपने देश के प्रति सम्मान की भावना बढ़े। सरकार की यही सोच है कि बच्चों में संस्कार के बीच बोए जाएं, इसलिए नई शिक्षा नीति तैयार की गई है। कहा, प्राचीन शिक्षा नीति में रटने की पद्धति थी, लेकिन अब बच्चों में समझ के साथ संस्कार विकसित होंगे। उन्होंने योग और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास बढ़ाने पर भी जोर दिया। कहा कि योगदा सत्संग सोसाइटी की ओर से इस क्षेत्र में काफी बेहतर किया जा रहा है।
योगदा सत्संग सोसाइटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद ने विभिन्न कार्यक्रमों व कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मेडिटेशन और योग पर ज्यादा ध्यान देने की बात कही। संस्कार को जीवन की पूंजी बताते हुए कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए, जिससे बच्चे संस्कारित हों। अंत में योगदा सत्संग सोसाइटी के सचिव स्वामी ईश्वरानंद ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मौके पर डीजी सीआईडी अनुराग गुप्ता, स्कूल के प्राचार्य कृष्ण शुक्ला सहित गणमान्य लोग मौजूद थे।