[ad_1]
Last Updated:
Inspiring Story: राजकोट के 62 वर्षीय हसमुखभाई रोज 25 किलोमीटर साइकिल चलाकर न सिर्फ खुद को फिट रखते हैं, बल्कि पर्यावरण की भी रक्षा करते हैं.
हसमुखभाई
राजकोट के रहने वाले 62 साल के हसमुखभाई आज एक ऐसी मिसाल बन चुके हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल होने लायक है. जिस दौर में लोग हेल्थ क्लब की मेंबरशिप और महंगे डाइट प्लान में उलझे रहते हैं, वहीं हसमुखभाई हर दिन 25 किलोमीटर साइकिल चलाकर फिटनेस का सिंपल लेकिन जबरदस्त फॉर्मूला सबके सामने रख रहे हैं. उनका कहना है कि साइकिल चलाना न सिर्फ शरीर को तंदुरुस्त रखता है, बल्कि मानसिक शांति भी देता है.
हसमुखभाई का साइकिल से रिश्ता कोई नया नहीं है. उन्होंने महज 10 साल की उम्र में साइकिल चलाना शुरू कर दिया था. तब से अब तक ये सिलसिला नहीं टूटा. उम्र के इस पड़ाव पर भी उनकी एनर्जी देखकर लोग दंग रह जाते हैं. वे बताते हैं कि साइकिल से उन्हें वो खुशी मिलती है, जो किसी स्वादिष्ट खाने से मिलती है. अगर किसी दिन साइकिल न चला पाएं, तो ऐसा लगता है जैसे दिन अधूरा रह गया.
फिटनेस का सिंपल फॉर्मूला
हर दिन साइकिल चलाने की वजह से हसमुखभाई का वजन 55 किलो पर स्थिर है. न उन्हें कोई बड़ी बीमारी है, न डॉक्टरों के चक्कर. उनका चेहरा चमकता है और चाल में जोश दिखता है. उनका मानना है कि साइकिल चलाने से पैरों की ताकत बढ़ती है, दिल स्वस्थ रहता है और दिमाग शांत होता है.
पर्यावरण और जेब – दोनों को फायदा
हसमुखभाई सिर्फ अपनी फिटनेस तक सीमित नहीं हैं. वे इस आदत को पर्यावरण की रक्षा से भी जोड़ते हैं. उनका मानना है कि साइकिल चलाने से धुएं वाले वाहनों का इस्तेमाल कम होता है, जिससे हवा साफ रहती है और पेट्रोल-डीजल पर खर्चा भी बचता है. आज जहां हर कोई महंगी कारों के पीछे भाग रहा है, वहीं हसमुखभाई का संदेश है – हर घर में कम से कम एक साइकिल जरूर होनी चाहिए.
[ad_2]
Source link