Home Life Style नौकरी छोड़ शुरू किया पिज्जा बनाना, ऐसा स्वाद कि खाने टूट पड़ती है भीड़, बंपर हो रही कमाई

नौकरी छोड़ शुरू किया पिज्जा बनाना, ऐसा स्वाद कि खाने टूट पड़ती है भीड़, बंपर हो रही कमाई

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नौकरी छोड़ शुरू किया पिज्जा बनाना, ऐसा स्वाद कि खाने टूट पड़ती है भीड़, बंपर हो रही कमाई

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निखिल त्यागी/सहारनपुर:फ़ास्ट फ़ूड में पिज्जा अधिकतर लोगों को बहुत पसंद आता है. पिज्जा का स्वाद ऐसा होता है कि अगर ये किसी को भा जाए तो फिर वह तकरीबन रोज ही इसके खाने का आनंद लेता है. सहारनपुर के सर्किट हाउस रोड पर एक व्यक्ति अपनी छोटी सी दुकान पर कई प्रकार का पिज्जा बनता है. पिज्जा के खाने का स्वाद चखने के लिए लोग दूर-दूर से उनकी दुकान पर आ रहे हैं. वाजिब दाम और लज़ीज़ स्वाद के लिए यह दुकान पिज्जा ग्रहको के लिए पहली पसन्द बनी हुई है.

सर्किट हाउस के पास पिज्जा का काम करने वाले अमित कपूर ने बताया कि वह पिछले तीन सालों से इसी स्थान पर पिज्जा बनाने का काम कर रहे हैं. पिज़्ज़ा का स्वाद लेने के लिए दूर-दूर से युवा व अन्य लोग दुकान पर आते हैं. अमित कपूर ने बताया कि इससे पहले वह नौकरी किया करते थे. जहां से उन्होंने पिज़्ज़ा बनाने की रेसिपी सीखी और अपना खुद का कारोबार सहारनपुर में आकर शुरू किया. उन्होंने बताया कि यहां पर दुकान करने के बाद उन्हें काफी लाभ मिला है.

15 तरह के पिज़्ज़ा बनाए जाते हैं

सहारनपुर के कोयला गेट पर पिज्जा की दुकान चलाने वाले अमित कपूर ने बताया कि उनकी दुकान पर 12 से 15 प्रकार के पिज़्ज़ा बनाए जाते हैं. जिनका दाम 60 रूपये से शुरू होता है और पिज़ा के साइज और रेसिपी के आधार पर अलग अलग दाम तय किया क्या है जो की 250 रूपये तक है. उन्होंने बताया कि सभी पिज़्ज़ा की रेसिपी अलग-अलग तरह की होती है. अमित कपूर ने बताया कि हमारी दुकान पर बनने वाले पिज़्ज़ा में प्रयुक्त सामान लोकल नहीं होता है. हम सभी मसाले, टमेटोज़ जितने भी पिज़्ज़ा में प्रयोग होने वाला समान है, वह ब्रांडेड कंपनी का ही प्रयोग में लाते हैं. जिसके कारण हमारे उत्पाद का टेस्ट अन्य संस्थानो पर मिलने वाले पिज़्ज़ा से अलग ही होता है.

ग्रामीण क्षेत्र से भी आते हैं ग्राहक

अमित कपूर ने बताया कि हमारी दुकान पर बनने वाले पिज़्ज़ा उत्पाद का स्वाद लेने के लिए शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग आते हैं. उन्होंने बताया कि सरसावा, गंगोह, नकुड़,नागल व रामपुर सभी कस्बों से जुड़े लोग पिज़्ज़ा खाने भी आते हैं और परिवार के लिए पैक करा कर भी घर पर ले जाते हैं. इसके अलावा बर्थडे और शादी,पार्टी भी अमित अपने पिज़ा के स्टाल लगते हैं.अमित कपूर ने बताया कि नौकरी छोड़ने के बाद यह कारोबार उन्हें काफी आमदनी दे रहा है. जिससे उनका स्वरोजगार तो खड़ा हो ही गया है, साथ ही परिवार की आय का एक स्थाई साधन भी बनकर खड़ा हो गया है.

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