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लोकसभा चुनाव के लिए एक तरफ बीजेपी अपनी बंपर जीत के दावों के साथ आगे बढ़ रही है। दूसरी तरफ इंडिया अलायंस में टूट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। अब पंजाब में भी इंडिया अलायंस में टूट नजर आ रही है। पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने अपनी राहें अलग-अलग करने की आधिकारिक घोषणा कर दी है। पीसीसी चीफ अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने ऐलान किया कि कांग्रेस पंजाब में अकेले ही चुनाव में उतरेगी और सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आम आदमी पार्टी भी वारिंग की घोषणा के एक दिन पहले पंजाब और चंडीगढ़ की 14 लोकसभा सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है।
लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब की 13 सीटों पर मुकाबला इस बार काफी रोचक होने वाला है। एक तरफ अकाली दल और बीजेपी के बीच सहमति नहीं बन पाई तो इंडिया अलायंस की दो पार्टियों आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में भी ठन गई है।
शनिवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस बार पंजाब और चंडीगढ़ की 14 सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस ने भी अलग की राह
आम आदमी पार्टी के ऐलान के बाद पंजाब में कांग्रेस ने भी अपनी राह अलग कर दी है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने रविवार को मंच से ऐलान किया कि कांग्रेस पंजाब में अकेले चुनाव लड़ेगी और सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।