Wednesday, April 16, 2025
Google search engine
HomeWorldपहली बार चांद पर भी 'वुमेन पॉवर' की धमक, अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना...

पहली बार चांद पर भी ‘वुमेन पॉवर’ की धमक, अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच रचेंगी इतिहास


Image Source : ANI
क्रिस्टीना कोच चंद्रमा पर जाने वाली पहली महिला

Woman On Moon: नासा ने चार अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की है, जो 50 से अधिक वर्षों में चंद्रमा पर लौटने वाले पहले इंसान होंगे। इन चारों में अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच हैं, जो चंद्रमा के चारों ओर जाने वाली पहली महिला अंतरिक्ष यात्री होंगी।अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना हैमॉक कोच इतिहास रचेंगे और तब से चंद्रमा के चारों ओर जाने वाली पहली महिला बन जाएंगी जब से मानवता ने चांद और इस दुनिया की खोज शुरू की है।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने घोषणा की है कि चार अंतरिक्षा यात्री कोच मिशन विशेषज्ञ हैं और ये पहली बार है कि चार मानव चंद्रमा के चारों ओर की यात्रा के लिए ओरियन अंतरिक्ष यान में सवार होंगे।

पहली बार कोई महिला चंद्रमा पर कदम रखेगी

बता दें कि ये पहली बार होगा जब कोई महिला अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर कदम रखेगी। अब तक, केवल पुरुष अंतरिक्ष यात्री चंद्र कक्षा और सतह पर गए हैं। नया मिशन चंद्रमा के दायरे में किसी महिला अंतरिक्ष यात्री का यह पहला कदम ह। नासा ने घोषणा की कि कोच चंद्रमा के चारों ओर 10 दिवसीय लंबे मिशन पर अंतरिक्ष यात्री जेरेमी हैनसेन, विक्टर ग्लोवर और रीड वाइसमैन से जुड़ेंगे।

कोच ने अपने नाम की घोषणा के बाद कहा “यहां होना सम्मान की बात है। जब मैं इस मिशन के बारे में सोचती हूं, तो यह अपने आप में बहुत ही शानदार है। हम दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट की सवारी करने जा रहे हैं और हम हजारों मील की चोटियों तक पहुंचेंगे और सभी प्रणालियों का परीक्षण करेंगे और फिर हम चंद्रमा की ओर बढ़ेंगे।” उन्होंने कहा कि वे चंद्रमा पर इस मिशन पर दुनिया के उत्साह, आकांक्षाओं और सपनों को अपने साथ ले जाने वाले हैं।

आधिकारिक तौर पर घोषणा की गई है जिसमें कहा गया है कि 10-दिवसीय आर्टेमिस-द्वितीय मिशन अब चांद पर जाने को तैयार है, जो अपोलो मिशन के बाद से फिर मानव को लेकर जाने वाला है और चंद्रमा पर पहुंचने वाला है। आखिरी बार मानव चंद्रमा पर 1972 में गया था जब अपोलो 17 के कमांडर यूजीन सर्नन ने पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह पर अपने पैरों के निशान छोड़े थे।

कौन हैं अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच?

अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना हैमॉक कोच 2013 में नासा में शामिल हुईं थीं और अभियान 59, 60 और 61 के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फ़्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया है। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और भौतिकी में बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की है।

अंतरिक्ष यात्री बनने से पहले, कोच ने अंतरिक्ष विज्ञान उपकरण विकास और दूरस्थ वैज्ञानिक क्षेत्र इंजीनियरिंग दोनों का विस्तार किया। उनका करियर नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर (GSFC) में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में शुरू हुआ, जहां उन्होंने नासा के कई अंतरिक्ष विज्ञान मिशनों में वैज्ञानिक उपकरणों में योगदान दिया था।

उन्हें पहली बार 2019 में सोयुज एमएस-12 अंतरिक्ष यान पर बैकोनूर कोस्मोड्रोम से अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था। नासा के अनुसार, 59, 60 और 61 अभियानों के लिए ISS पर फ़्लाइट इंजीनियर के रूप में काम करते हुए, कोच और उनके साथियों ने जीव विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, मानव अनुसंधान, भौतिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी विकास में सैकड़ों प्रयोगों में योगदान दिया। उन्होंने अंतरिक्ष में कुल 328 दिन बिताए हैं।

 

Latest World News





Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments