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Pakistan Election Results 2024: पड़ोसी देश पाकिस्तान में इस वक्त बड़ी हलचल चल रही है। नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभा चुनावों के नतीजे जारी करने में चुनाव आयोग जहां देरी कर रहा है। वहीं अनुमानों के एकदम उलट जाकर जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर रही है। चुनाव के ताजा रुझानों के मुताबिक इमरान खान की पार्टी पीटीआई पंजाब प्रांत और खैर पख्तुनख्वा प्रांत में बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है, जबकि सिंध प्रांत में बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। बलूचिस्तान में मिले-जुले नतीजे और रुझान आ रहे हैं।
15 घंटों से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी चुनाव आयोग अभी तक नेशनल असेंबली की सिर्फ 24 सीटों पर ही नतीजे घोषित कर सका है। इनमें 10 सीटों पर इमरान खान की पीटीआई और उनके समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत हुई है, जबकि आठ सीटों पर नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन और पांच सीटों पर पीपीपी की जीत हुई है। एक सीट पर अन्य की जीत हुई है।
पाकिस्तान चुनाव आयोग पर जानबूझकर चुनाव नतीजों को लटकाने के आरोप लग रहे हैं। इसके पीछे पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर का खेल बताया जा रहा है। पाकिस्तान में सेना लंबे समय से चुनावों में खेल करती रही है और यह कहा जाता रहा है कि सेना जिसके साथ होती है, पाकिस्तान में उसी की सरकार बनती है। 2018 तक इमरान खान पाक सेना के प्लेब्वॉय हुआ करते थे लेकिन जब सेना से उनके रिश्ते बिगड़े तो उन्हें अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री पद गंवाना पड़ा था।
पाक चुनावों में नवाज शरीफ को डबल झटका, निराश हो देर रात ही दफ्तर छोड़ा फिर भाग सकते हैं विदेश
फिलहाल नवाज शरीफ को पाक सेना की पसंद माना जा रहा है लेकिन पाकिस्तानी अवाम ने उन्हें ज्यादा पसंद नहीं किया। सूत्र बताते हैं कि पाक सेना में भी इमरान खान को पसंद करने वालों की ज्यादा तादाद है। इसके अलावा युवाओं और महिलाओं पर इमरान खान का जादू चढ़कर बोला है। इमरान खान की पार्टी का ऐसा प्रदर्शन तब देखने को मिल रहा है,जब चुनाव आयोग ने उसके क्रिकेट बल्ला का चुनाव चिह्न उससे छीन लिया है। खुद इमरान खान और पार्टी के कई बड़े नेता जेल में बंद हैं और पार्टी में भगदड़ मची हुई थी। इसके अलावा चुनाव के दिन इंटरनेट बैन कर दिया गया था।
कुल मिलाकर देखें तो ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब पाकिस्तानी सेना का पूर्व नियोजित खेल बिगड़ा है। ऐसी सूरत में इस बात की आशंका बढ़ गई है कि अगर इमरान खान की पार्टी बहुमत हासिल नहीं कर पाती है और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है तब सेना उसे सत्ता तक पहुंचने से रोक सकती है। आशंका इस बात की भी है कि अगर सेना ने ऐसा करने से रोका तो पाकिस्तान में गृहयुद्ध भड़क सकता है। दूसरी संभावना जताई जा रही है कि सेना के इशारे पर नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो की पार्टी मिलकर सरकार बना सकती है। बहरहाल नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज और भाई शहबाज शरीफ चुनाव जीत गए हैं।
बता दें कि नेशनल असेंबली की कुल 342 में से 265 सीटों पर चुनाव हुए हैं। एक सीट पर मतदान रोक दिया गया था। बहुमत के लिए 133 सीटों की दरकार है। 2018 के चुनावों में पीटीआई ने 149 सीटें जीती थीं, जबकि PML-N ने 82, PPP ने 54 और अन्य ने 47 सीटें जीती थीं।