पाकिस्तान के पास अब भी इतने पैसे हैं, जिनका इस्तेमाल कर जिन्ना का यह देश कंगाली दूर कर सकता था। इस पैसों को पाकिस्तान ने अभी तक इस्तेमाल नहीं किया है। इसे अनडिस्ट्रिब्यूटेड बैलेंस का नाम दिया गया है। पाकिस्तान को दुनियाभर के देशों और संस्थाओं से कर्ज मिला था, जिस पर पाकिस्तानी अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।