केक काटना कुछ गलत नहीं
अंजू ने न्यूज चैनल रिपब्लिक भारत को दिए इंटरव्यू में कई सवालों के जवाब दिए हैं। अंजू से पूछा गया कि उन्हें आईएसआई एजेंट होने का तमगा मिला है। अगर वह भारत के लिए वफादार हैं तो फिर वह पाकिस्तान की आजादी का केट कैसे काट सकती हैं? इस पर अंजू ने बड़ी चालाकी से सफाई दी। अंजू ने कहा कि वह इस्लामाबाद गई थीं और वहीं पर उन्होंने केक काटा। अंजू ने दावा किया कि केक पर उनका नाम लिखा हुआ था। साथ ही केक 13 अगस्त को काटा गया और यह उनके स्वागत में कटा था। अंजू की मानें तो अब वह पाकिस्तान की भी हैं और अगर उन्होंने 14 अगस्त को भी केक काटा तो इसमें कुछ गलत नहीं है। अंजू ने कहा कि उसने देश के साथ कोई गद्दारी नहीं की है। साथ ही कानूनी प्रक्रिया से पाकिस्तान आई है।
मर्जी से कबूल किया इस्लाम
अंजू ने इस इंटरव्यू में बताया कि नसरुल्ला और वह दोनों अलग-अलग घर में रह रहे हैं। उनकी मानें तो नसरुल्ला के साथ उनका निकाह नहीं हुआ है बल्कि सगाई हुई है। तोहफों के सवाल पर अंजू ने कहा कि यह पाकिस्तानियों के स्वागत करने का एक तरीका है। इस इंटरव्यू में उन्होंने इस्लाम कबूल किए जाने और अपना नाम बदलने की जाने की वजहों के बारे में भी बताया। उनसे पूछा गया कि वह पहले अंजू थॉमस थीं और अब फातिमा हैं तो वह अब क्या कहलाना पसंद करती हैं। साथ ही क्या यह बदलाव उनकी इच्छा से हुआ है या फिर इसलिए हुआ है कि उन्हें नसरुल्ला के साथ रहना था? अंजू ने जवाब दिया, ‘मैंने अपनी इच्छा से यह फैसला लिया है क्योंकि मुझे नसरुल्ला के साथ ही रहना है। ऐसे में आज नहीं तो कल यह करना ही था।’
अरविंद के साथ रिश्ते खराब
अपने भारतीय पति अरविंद से भी बात की। अंजू ने बातचीत में माना कि अरविंद के साथ उसके रिश्ते खराब हो गए थे। वह अरविंद से काफी परेशान हो गई थी। अरविंद ने इस बातचीत में अंजू को दो टूक कह दिया कि वह बच्चों को अंजू के साथ पाकिस्तान नहीं भेजेंगे। अंजू ने बताया कि वह करीब पांच-छह साल ही अरविंद के साथ रहीं। अंजू की मानें तो उनकी शादी में शुरुआत से ही समस्या थी। अरविंद ने अंजू को देशद्रोही करार दिया है। साथ ही साफ कर दिया है कि उनके बच्चे पाकिस्तान नहीं जाएंगे। अंजू ने कहा कि जब उनका तलाक नहीं हुआ है तो फिर अरविंद को खर्चा उठाना पड़ेगा।
जबसे पाकिस्तान गईं तबसे सबसे बुरी
अंजू ने कहा कि वह अपने परिवार की सबसे अच्छी लड़की थी लेकिन क्योंकि वह पाकिस्तान में हैं तो सबसे ज्यादा बुरी बन गई हैं। अंजू ने कहा कि वह भारत आना चाहती हैं। लेकिन मीडिया का प्रेशर, उनकी बदनामी और परिवार का विरोध उन्हें रोकता है। इस वजह से उन्हें डिप्रेशन फील होता है। वह भारत में अपने बच्चों को मिस करती हैं और उनके बगैर अंजू को जरा भी अच्छा नहीं लगता है। अंजू की मानें तो मीडिया की वजह से और क्योंकि वह पाकिस्तान में हैं, इसलिए वह बच्चों से बात नहीं कर पा रही हैं। उनकी बेटी ने भी उनसे बात करनी बंद कर दी है।