Home National पागल कुत्ते की तरह कर रहे हरकतें, हर तरफ फैल रहा जहर, योगी के मंत्री संजय निषाद का स्वामी प्रसाद पर हमला  

पागल कुत्ते की तरह कर रहे हरकतें, हर तरफ फैल रहा जहर, योगी के मंत्री संजय निषाद का स्वामी प्रसाद पर हमला  

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पागल कुत्ते की तरह कर रहे हरकतें, हर तरफ फैल रहा जहर, योगी के मंत्री संजय निषाद का स्वामी प्रसाद पर हमला  

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सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पर योगी के मंत्री संजय निषाद ने बड़ा हमला बोला है। संजय निषाद ने कहा कि वह पागल हो चुके हैं। पागल कुत्ते की तरह हरकतें कर रहे हैं। उनका जहर हर तरफ फैलने से सपा को रोकना चाहिए। स्वामी प्रसाद को नहीं रोका गया तो उनका जहर सपा को ही नुकसान पहुंचाएगा। कहा कि स्वामी प्रसाद को पागलखाने भेज देना चाहिए। संजय निषाद ने कहा कि स्वामी जहां भी रहे हैं इसी तरह की हरकतें करते रहे हैं। बसपा में रहने पर हाथी नहीं गणेश है का नारा लगा रहे थे। भाजपा में आए तो राम राम जप रहे थे। बसपा और भाजपा में मलाई खाने के बाद सपा में पहुंचे हैं तो पागलों की तरह हरकतें कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी को ‘समाप्तवादी’ पार्टी बनाने का काम कर रहे हैं। 

स्वामी प्रसाद ने दिवाली के मौके पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर देवी लक्ष्मी को लेकर पोस्ट किया था। इसको लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है। निषाद पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के मंत्री संजय निषाद कहा कि दिवाली के अवसर पर ऐसे बोलने का मतलब मानसिक दिवालियापन है। पागल कुत्ते की तरह जहर फैला रहे हैं। इससे समाज में बंटवारा होता है।

संजय निषाद ने कहा कि जब ये बसपा में थे तो नारा लगाते थे कि हाथी नहीं गणेश है, ब्रह्मा, विष्णु, महेश हैं। बसपा में मलाई खाने के बाद बीजेपी में आ गए। यहां खूब राम-राम किए. फिर सपा में चले गए। अब सपा में एक वर्ग को खुश करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। सपा ने भी चाबी भर रखी है। वही बोल रहे हैं।

एक टीवी चैनल से बातचीत में संजय निषाद ने कहा कि यदि आप राम का अपमान कर रहे हैं तो समझिए उनके बाल सखा निषाद राज का अपमान कर रहे हैं। 18% आबादी का अपमान जनता देख रही है। वैसे भी जनता ने इनकी (स्वामी) आवाज को खारिज कर दिया है। खुद को जिंदा रखने के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं।

संजय निषाद ने स्वामी प्रसाद मौर्य को भाड़े का पहलवान बताते हुए कहा कि जब मुलायम सिंह जी थे तो अखाड़े के पहलवान तैयार करते थे। सपा में दूसरे अनुभवी नेता हैं। वो भी स्वामी के बयानों को सही नहीं मानते। फिर, चाहे वो रामगोपाल जी हों या शिवपाल जी हों।

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