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यूपी के वाराणसी के नदेसर स्थित छोटा कटिंग मेमोरियल के मैदान में आयोजित कार्यक्रम में जाने के लिए प्रधानमंत्री का काफिला जब मिंट हाउस से कार्यक्रम स्थल वाले मार्ग पर घूमा, तभी एक युवक दौड़कर कार के पास जाने लगा। कैंट पुलिस ने उसे पकड़ लिया। कड़ाई से पूछताछ में बताया कि वह फोटो लेने की कोशिश कर रहा था। पूछताछ के बाद उसका आधार व आवास की जानकारी लेने के बाद पुलिस ने हिदायत देकर छोड़ दिया।
युवक मिंट हाउस चौराहे पर खड़ा था। पीएम की कार आई तो फोटो ली। पीएम की कार के साथ ही दो तीन अन्य वाहन आगे बढ़े, तभी पुलिस की लगाई रस्सी से निकलकर वह फ्लीट के पीछे दौड़कर पीएम की कार के पास जाने की कोशिश करने लगा। युवक सदर बाजार निवासी एक फोटोग्राफर था। पीएम के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की। फोटो गैलरी देखी। इसके बाद आधार की फोटो लेकर उसके घर और काम की पुष्टि कराई।
मुख्यमंत्री के काफिले के सामने आया युवक
नमो घाट से बरेका जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला 8.15 बजे गोलगड्डा तिराहे से गुजरा। इसके पीछे मुख्यमंत्री की फ्लीट थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट की चेतावनी गाड़ी शाम 8.17 बजे गुजरी। इस बीच हनुमान फाटक निवासी संदीप कुमार (35) पुलिस को चकमा देते हुए मुख्यमंत्री के काफिले की पहली गाड़ी के सामने आ गया। चालक ने ब्रेक मार दिया। इससे युवक घायल होने से बच गया। पूछताछ में संदीप ने बताया कि वह प्रधानमंत्री को देखने आया था। प्रधानमंत्री का काफिला गुजरने के बाद सोचा कि सभी वाहन चले गए हैं। यह सोचकर वह दौड़ गया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
एंबुलेंस को पास दे पीएम ने पेश की नजीर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही अपने वाहन में बैठे हों लेकिन उनकी निगाहें इर्द-गिर्द की तमाम गतिविधियों पर भी रहती हैं। यदि ऐसा न होता तो रविवार को काशी में उस एंबुलेंस पर उनकी नजर नहीं जाती जिसमें पड़ा मरीज जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा था। प्रधानमंत्री ने संवेदशनशीलता का परिचय दिया और नतीजा यह हुआ कि उनके काफिले से पहले एंबुलेंस को रवाना किया गया। ऐसा करने प्रधानमंत्री ने जनसामन्य को यह संदेश दिया कि किसी एंबुलेंस के लिए उनका काफिला रुक सकता है तो जनसामान्य को भी चाहिए कि ऐसी स्थित आने पर पहले वे एंबुलेंस को आगे जाने के लिए रास्ता दें ताकि मरीज समय से अस्पताल पहुंच सके और उसका उपचार समय से आरंभ हो सके। हुआ यह कि बाबतपुर एयरपोर्ट से बाहर निकल कर मुख्य मार्ग पर उनका काफिला शहर की ओर मुड़ रहा था उसी दौरान पीएम की नजर एक एंबुलेंस पर पड़ी।
उनका काफिला कुछ ही मीटर आगे बढ़ा होगा कि प्रधानमंत्री ने अपने वाहन के गेट पर बाहर खड़े एसपीजी के अधिकारी को कुछ निर्देश दिया। एसपीजी का अधिकारी वाहन से उतर कर कुछ दूर खड़े सुरक्षाकर्मियों की ओर बढ़ा और इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला सड़क पर बाईं तरफ रुक गया। एसपीजी के अधिकारी ने वहां सुरक्षा में लगे अधिकारी से एंबुलेंस को पास देने के लिए कहा। निर्देश मिलते ही सुरक्षा अधिकारी भागते हुए एंबुलेंस के पास पहुंचे। उन्होंने एंबुलेंस में सवार व्यक्ति के बारे में जानकारी ली। मरीज से संबंधित जानकारी नोट करने के बाद तत्काल एंबुलेंस को आगे जाने का इशारा किया। एंबुलेंस के आगे बढ़ जाने तक पीएम का काफिला ठहरा रहा। पीएम की संवेदनशीलता को देख सड़क के किनारे भारी संख्या में खड़े लोगों ने तालियां बजाकर जोरदार अभिवादन किया।
अर्थी को भी दिया था रास्ता
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी एक ऐसी ही नजरी पेश की थी। तब वह भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में रोड शो करने आए थे। वह लहुराबीर से कबीरचौरा की ओर बढ़े थे कि उनकी नजर रास्ते में अर्थी लिए खड़े कुछ लोगों पर पड़ी थी। उन्होंने तब भी अपनी सुरक्षा में लगे अधिकारियों को निर्देशित कर अर्थी लेकर खड़े लोगों को पहले रवाना करने को कहा था।
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