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एनसीपी चीफ शरद पवार ने लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी गठबंधन इंडिया की ओर से प्रधानमंत्री पद के चेहरे को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने सोमवार को पुणे में कहा कि आम चुनाव में INDIA को पीएम फेस की कोई जरूरत नहीं है। दरअसल, पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के पास प्रधानमंत्री पद का कोई चेहरा नहीं है? इस पर उन्होंने कहा कि विपक्ष के लिए पीएम कैंडिडेट की घोषित करना आवश्यक नहीं है। मालूम हो कि 19 दिसंबर को नई दिल्ली इंडिया गठबंधन दलों की बैठक हुई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इंडिया की ओर से प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए।
शरद पवार ने कहा कि 1977 के लोकसभा चुनाव (आपातकाल के बाद) में भी किसी को प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में पेश नहीं किया गया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव के बाद मोराराजी देसाई को प्रधानमंत्री बनाया गया। एक नई पार्टी बनाई गई थी और चुनाव खत्म होने के बाद वह पीएम बने। कोई चेहरा सामने नहीं रखने के कोई असर नहीं दिखा। अगर लोग बदलाव के मूड में हैं, तो वे बदलाव लाने के लिए निर्णय लेंगे।’
सभी राजनीतिक दलों को फैसले लेने का अधिकार: शरद पवार
वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने कहा था कि अगर इंडिया के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन नहीं हुआ तो उनका संगठन महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ सकता है। इस बयान के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को अपने फैसले करने का अधिकार है। पवार ने कहा कि उन्होंने दिल्ली में हुई एक बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से कहा था कि वह आंबेडकर को अपने साथ ले लें। शरद पवार ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी वीबीए प्रमुख से संपर्क किया था।
चुनावी सर्वे के नतीजों पर क्या बोले शरद पवार
चुनावी सर्वेक्षण ने 2024 के लोकसभा चुनावों में महा विकास अघाड़ी को राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन पर बढ़त दी है। इसे लेकर एनसीपी लीडर ने कहा कि सर्वेक्षण सिर्फ संकेत हैं और किसी को भी इस तरह की कवायद के आधार पर निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। दूसरी ओर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने दावा किया कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फिलहाल कोई विकल्प नहीं है। पवार से अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों की ओर से मोदी के नेतृत्व को चुनौती देने की योजना के बारे में सवाल किया गया। उन्होंने कहा, ‘देश में प्रधानमंत्री मोदी का फिलहाल कोई विकल्प नहीं है। ऐसा निर्णय सिर्फ एक या दो चीजों के आधार पर नहीं बल्कि विभिन्न पहलुओं के आधार पर लिया जाता है।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)