Home National पीएम मोदी ने कर्नाटक में कांग्रेस के गढ़ से शुरू किया चुनावी अभियान, बोले- वोट बैंक नहीं विकास सरकार की प्राथमिकता

पीएम मोदी ने कर्नाटक में कांग्रेस के गढ़ से शुरू किया चुनावी अभियान, बोले- वोट बैंक नहीं विकास सरकार की प्राथमिकता

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पीएम मोदी ने कर्नाटक में कांग्रेस के गढ़ से शुरू किया चुनावी अभियान, बोले- वोट बैंक नहीं विकास सरकार की प्राथमिकता

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने वोट बैंक के ऊपर विकास को प्राथमिकता दी है और राज्य को डबल इंजन विकास दिया है। पीएम ने गुरुवार को अपनी यात्रा के दौरान, कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले यादगीर जिले में सिंचाई, पेयजल और राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना से संबंधित विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस से है।

देश के विकास के लिए हर जिले का विकास जरूरी- पीएम

उन्होंने कहा, “हमारी सरकार की प्राथमिकता कोई वोट बैंक नहीं है, हमारी प्राथमिकता विकास है। 2014 में आप सभी ने मुझे आशीर्वाद दिया और मुझे एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। मैं जानता हूं कि जब तक देश का एक भी जिला विकास के पैमाने पर पिछड़ा रहेगा, तब तक देश का विकास नहीं हो सकता। इसलिए हमने उन जिलों में विकास की आकांक्षा को बढ़ावा दिया है जिन्हें पिछली सरकार ने पिछड़ा घोषित किया था। हमारी सरकार ने यादगीर समेत देश के ऐसे 100 से ज्यादा जिलों में एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम शुरू किया।”

भारत सभी विकसित हो सकता है जब….

पीएम मोदी ने कहा कि अगले 25 साल प्रत्येक नागरिक और राज्य के लिए ‘अमृत काल’ होने वाले हैं और इस अवधि के दौरान विकसित भारत का निर्माण होगा। हमें इस अमृतकाल में एक विकसित भारत का निर्माण करना है। भारत तभी विकसित हो सकता है जब देश का हर नागरिक, हर परिवार, हर राज्य इस अभियान से जुड़े। भारत तब विकसित हो सकता है, जब खेतों में काम करने वाला किसान हो या उद्योगों में काम करने वाला मजदूर, सबका जीवन बेहतर हो। भारत का विकास तभी हो सकता है जब खेतों में फसल अच्छी हो और कारखानों का भी विस्तार हो।

इस महीने प्रधानमंत्री की चुनावी कर्नाटक की यह दूसरी यात्रा है। वह राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करने के लिए 12 जनवरी को हुबली गए थे। इस दौरान उन्होंने एक विशाल रोड शो किया था। यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा राज्य में विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है और कल्याण कर्नाटक (हैदराबाद कर्नाटक) क्षेत्र भाजपा की चुनावी रणनीति में महत्वपूर्ण है।

पीएम मोदी ने रखी कई परियोजनाओं की आधारशिला

सभी घरों में अपना खुद का घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, मोदी ने कोडेकल में जल जीवन मिशन के तहत यादगीर बहु-ग्राम पेयजल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी। साथ ही योजना के तहत 117 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। 2,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली इस परियोजना से यादगीर जिले के 700 से अधिक ग्रामीण आवासों और तीन कस्बों के लगभग 2.3 लाख परिवारों को पीने योग्य पानी उपलब्ध होगा।

यात्रा के दौरान, पीएम ने नारायणपुर लेफ्ट बैंक कैनाल (एक्सटेंशन रेनोवेशन एंड मॉडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट या NLBC- ERM) का भी उद्घाटन किया। 10,000 क्यूसेक की क्षमता वाली नहर वाली परियोजना से 4.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई की जा सकती है। कर्नाटक सरकार ने बयान में कहा कि कलबुर्गी, यादगीर और विजयपुरा जिलों के 560 गांवों के तीन लाख से अधिक किसानों को इसका लाभ मिलेगा। परियोजना की कुल लागत लगभग 4,700 करोड़ रुपये है।

पीएम ने एनएच-150सी के 65.5 किलोमीटर खंड की आधारशिला भी रखी। यह 6 लेन की ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे का हिस्सा है। इसे करीब 2,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। कलबुर्गी जिले के मलखेड गांव में उन्होंने इन नव घोषित राजस्व गांवों के पात्र लाभार्थियों को टाइटल डीड भी बांटे।

कर्नाटक में कनेक्टिविटी पर जोर दे रही भाजपा सरकार

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार कनेक्टिविटी की तरह उत्तरी कर्नाटक की एक और चुनौती को कम करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “कृषि हो, उद्योग हो या पर्यटन, कनेक्टिविटी सभी के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। आज जब देश कनेक्टिविटी से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दे रहा है तो कर्नाटक को भी डबल इंजन की सरकार होने के कारण अधिक लाभ मिल रहा है। सूरत-चेन्नई आर्थिक कॉरिडोर से उत्तरी कर्नाटक के एक बड़े हिस्से को भी फायदा होने वाला है। देश के दो बड़े बंदरगाह शहरों के आपस में जुड़ने से इस पूरे क्षेत्र में नए उद्योग खुले हैं।”

पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने यह नहीं सोचा था कि यादगीर जैसे जिलों की स्थिति कैसे सुधारी जाए। उन्होंने कहा, “हमारे पास उत्तरी कर्नाटक में यादगीर का उदाहरण है। इस क्षेत्र की क्षमता किसी से पीछे नहीं है। इतनी क्षमता के बावजूद यह क्षेत्र विकास के सफर में काफी पीछे रह गया। पिछली सरकारों ने यादगीर समेत कई जिलों को पिछड़ा घोषित कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया था। पिछली सरकारों ने यह सोचने में समय नहीं लगाया कि इस क्षेत्र के पिछड़ेपन का कारण क्या है, इस क्षेत्र के पिछड़ेपन को कैसे दूर किया जाए, मेहनत करना तो दूर की बात है।”

पीएम मोदी पर कांग्रेस ने किया पलटवार

पीएम मोदी द्वारा की गई घोषणा का जवाब देते हुए, कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि भाजपा नेता उनके नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा तैयार किए गए “कामों” पर दावा ठोक रहे थे। मोदी द्वारा लम्बानी थांडा के निवासियों को घरों के टाइटल-डीड वितरित करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, सिद्धारमैया ने कहा कि भाजपा यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि उसने लंबानी थांडा को राजस्व गांवों में बदल दिया, जबकि वास्तव में, उसने कुछ भी नहीं किया। 

उन्होंने कहा, “मल्लिकार्जुन खड़गे ने 1990 के दशक में ही थांडा को एक राजस्व गांव में बदलने का प्रयास किया था। जब हमारी सरकार में कागोडु थिम्मप्पा राजस्व मंत्री थे, तो इस उद्देश्य के लिए वन अधिनियम और भूमि सुधार अधिनियम में संशोधन किए गए थे। हमने थंडा को राजस्व गांव में बदलने की पूरी तैयारी की, लेकिन भाजपा सरकार ने पिछले साढ़े तीन साल में कुछ नहीं किया। हमने सब कुछ किया लेकिन अब वे ऐसे प्रोजेक्ट कर रहे हैं जैसे उन्होंने ही सब कुछ किया।”

कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि मोदी “चॉकलेट” देने आ रहे हैं क्योंकि चुनाव नजदीक हैं। उन्होंने कहा, ‘जब लोग बाढ़ के कारण परेशान थे तब वह नहीं आए। बेहतर होगा कि वह युवाओं के रोजगार के लिए अपनी कार्ययोजना के बारे में बोलें, किसानों की आय दुगुनी क्यों नहीं हुई, रसोई गैस के दाम क्यों कम नहीं हुए, पीएसआई घोटाले के लिए संबंधित मंत्रियों को जिम्मेदार क्यों नहीं बनाया गया, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के बारे में बोलें।”

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