Home National पीत्रपक्ष अमावस्या पर रोटी-पूरी-गोग्रास खिलाने के बाद 10 गायों की मौत, धरने पर बैठे गोरक्षक

पीत्रपक्ष अमावस्या पर रोटी-पूरी-गोग्रास खिलाने के बाद 10 गायों की मौत, धरने पर बैठे गोरक्षक

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पीत्रपक्ष अमावस्या पर रोटी-पूरी-गोग्रास खिलाने के बाद 10 गायों की मौत, धरने पर बैठे गोरक्षक

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भिवानी. हरियाणा के भिवानी में अमावस्या पर गायों को गोग्रास खिलाने से 10 गायों की मौत हो गई. विरोध में मृतक गायों को लेकर गोसेवक धरने पर बैठ गए हैं. मौक़े पर भारी पुलिस बल मौजूद है.

दरअसल, नवरात्र से पहले दिन पीत्रपक्ष पर अमावस्या के दिन लोग गायों को रोटी पूरी और गोग्रास खिलाते हैं. गलियों और सड़कों पर आमतौर पर भूखी घुमने वाली ये गाय साल में एक दिन अचानक इतनी रोटी पूरी व गोग्रास खाने से बीमार पड़ जाती हैं और कुछ की मौत हो जाती है. हर साल की तरह इस बार भी यही हुआ, जिसको लेकर गोसेवक में भारी रोष है.

गोसेवक संजय परमार का कहना है कि ये पहली बार नहीं है. हर साल अमावस्या के दिन ऐसा होता है. पिछले साल भिवानी में ही 41 गायों की मौत ऐसे ही हुई थी. उन्होंने कहा कि अंधविश्वास व प्रशासन की लापरवाही से हर साल अमावस्या पर गायों की मौत हो रही है. संजय परमार ने कहा कि हमने पहले भी और इस साल भी जिला प्रशासन को अवगत करवाया पर कोई ध्यान नहीं दिया.

संजय परमार ने कहा कि अक्सर गायों को घर और खेत से खदेड़ने वाले, मारकर भगाने वाले, एक दिन इतना खिलाते हैं कि गाय मर जाती हैं. प्रशासन ना सख़्ती करता ना कोई कार्यवाही. उन्होंने कहा कि अगले साल भी अमावस्या के दिन ऐसे ही गायों की मौत होगी. उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन अगले साल को लेकर गायों को बचाने का कोई ठोस आश्वासन नहीं देगा, तब तक उनका धरना जारी रहेगा. साथ ही भाजपा सरकार को भी चेतावनी दी कि गोसेवक चुनाव में उसी का साथ देंगे, जो गायों को बचाने का भरोसा देगा. उन्होंने कहा कि आज ना विधायक, ना सांसद व ना कोई संत उनका साथ दे रहा.

पीत्रपक्ष अमावस्या पर रोटी-पूरी-गोग्रास खिलाने के बाद 10 गायों की मौत, धरने पर बैठे गोरक्षक

यूँ तो गाय को लेकर हरियाणा में ही नहीं देश में भी खूब सियासत होती है. हरियाणा को आवारा पशु मुक्त प्रदेश घोषित किया जा चुका है. गो सेवा आयोग का गठन हुआ है. गोशालाओं को करोड़ों रुपये ग्रांट दी जा रही है. जागरूकता अभियान चलाया जाता है. बावजूद ये हालात शासन से प्रशासन पर सवालिया निशान उठाते हैं.

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