Home World पुतिन के ‘भाड़े के सैनिकों’ और रूसी सेना के बीच टकराव, जेलेंस्की ने उड़ाया मजाक

पुतिन के ‘भाड़े के सैनिकों’ और रूसी सेना के बीच टकराव, जेलेंस्की ने उड़ाया मजाक

0
पुतिन के ‘भाड़े के सैनिकों’ और रूसी सेना के बीच टकराव, जेलेंस्की ने उड़ाया मजाक

[ad_1]

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जिन ‘भाड़े के सैनिकों’ को यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए लाए थे अब उन्होंने ने ही अलग मोर्चा खोल रखा है। बताया जा रहा है कि ‘भाड़े के सैनिकों’ और रूस की अपनी सेना के बीच क्रेडिट यानी श्रेय लेने की होड़ मची है। ये होड़ सोलेदार पर कब्जे को लेकर है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसकी सेना ने यूक्रेन के पूर्वी शहर सोलेदार पर कब्जा कर लिया है। रूसी सेना का कहना है कि उसने इस शहर पर कब्जा किया है। वहीं ‘भाड़े के सैनिकों’ यानी वैगनर ग्रुप ( Wagner Mercenary Group) का कहना है कि उसने लड़ाकों ने इस यूक्रेनी शहर पर कब्जा किया है। 

खूब मजाक उड़ा रहे हैं जेलेंस्की

यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की को भी रूस का मजाक उड़ाने का मौका मिल गया है। जेलेंस्की ने रूसी रक्षा मंत्रालय और वैगनर ग्रुप के बीच टकराव को लेकर रूस का मजाक उड़ाया है। जेलेंस्की ने कहा कि रूस की अंदरूनी कलह “दुश्मन की हार का स्पष्ट संकेत” है। शुक्रवार देर रात एक वीडियो संबोधन में, जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन में सोलेदार और अन्य पूर्वी शहरों और कस्बों में लड़ाई जारी है। उन्होंने कहा कि वैगनर और रूसी सरकार चाहे जो भी दावा कर ले लेकिन उन इलाकों में जंग जारी है। 

जेलेंस्की ने अपने संबोधन में कहा, “डोनेट्स्क क्षेत्र के लिए कठिन लड़ाई जारी है। हमारे देश के पूर्व में अन्य कस्बों और गांवों के लिए बख्मुत, सोलेदार, क्रेमिना के लिए लड़ाई जारी है।” उन्होंने कहा, “हालांकि दुश्मन ने इस दिशा में अपनी सबसे बड़ी ताकतों को लगाया हुआ है। लेकिन हमारे सैनिक, सभी रक्षा और सुरक्षा बल देश की रक्षा कर रहे हैं।” इसी दौरान जेलेंस्की ने रूसी रक्षा मंत्रालय और वैगनर भाड़े के सैनिकों के बीच झगड़े का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “वे पहले से ही आपस में लड़ रहे हैं। उनमें लड़ाई में थोड़ी भी बढ़त हासिल कर लेने पर श्रेय लेने (क्रेडिट) की होड़ मची है। यह दुश्मन की हार का एक स्पष्ट संकेत है। साथ ही यह हम सभी के लिए कब्जाधारी पर अधिक दबाव डालने और दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाने का प्रोत्साहन भी है।”

कौन हैं भाड़े के सैनिक वैगनर ग्रुप?

2020 में, खोजी समाचार साइट बेलिंगकैट ने वैगनर के प्रतिष्ठित बॉस, येवगेनी प्रिगोजिन का खुलासा किया, जिसने आठ महीनों में व्लादिमीर पुतिन के चीफ ऑफ स्टाफ को 99 कॉल किए थे और अक्सर क्रेमलिन में शीर्ष अधिकारियों से बात की थी। क्रेमलिन ने एक बार फिर वैगनर के साथ किसी भी संबंध का खंडन किया है और कहा है कि प्रिगोजिन केवल रूसी सरकार को कैटरिंग सेवाएं प्रदान करता है। वैगनर ग्रुप सीरिया, लीबिया, मोजम्बिक और मध्य अफ्रीकी गणराज्य सहित पूरे अफ्रीका में लड़ाई में शामिल रहा है। 2019 में, एक सीरियाई कैदी की यातना और सिर काटने को फिल्माने वाले एक व्यक्ति की पहचान स्टैनिस्लाव डी के रूप में की गई थी, जो एक सैनिक था, जिसे देश में वैगनर द्वारा क्रेमलिन समर्थित तानाशाह, बशर असद को सहारा देने में मदद करने के लिए जाना जाता था।

पिछले साल डेलीमेल यूके ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को मारने के आदेश के साथ अफ्रीका से खून के प्यासे भाड़े के 400-मजबूत सैनिक बुलाए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि 400 सैनिकों का यह दस्ता एक कुख्यात निजी मिलिशिया का हिस्सा है जो बलात्कार, डकैती, हत्या और कथित युद्ध अपराधों से जुड़े हैं। इस मिलिशिया दस्ते का नाम वैगनर ग्रुप बताया गया। डेलीमेल ने सैन्य विशेषज्ञों के हवाले से लिखा कि व्लादिमीर पुतिन के इशारे पर ये लोग खूनी खेल खेल रहे हैं। हालांकि क्रेमलिन यानी रूस ने बार-बार इसका खंडन किया है।

ब्रिटिश सरकार के एक सूत्र ने कहा कि यूक्रेन में वैगनर ग्रुप की भागीदारी की रिपोर्टें अफ्रीका में उनके पिछले सैन्य हस्तक्षेपों को देखते हुए चौंकाने वाली हैं। डेलीमेल ने द टाइम्स की रिपोर्ट के हवाले से लिखा कि ‘पुतिन का रसोइया’ कहे जाने वाले रूसी राष्ट्रपति के करीबी सहयोगी येवगेनी प्रिगोजिन द्वारा कथित तौर पर संचालित ‘भाड़े की आर्मी’ को युद्ध शुरू होने के बाद अफ्रीका से लाया गया था और मिशन के लिए एक बड़ी राशि की पेशकश की जा रही है।  

रूसी सेना की आलोचना कर रहा वैगनर ग्रुप

वैगनर ग्रुप का संस्थापक येवगेनी प्रिगोजिन लगातार रूसी सेना की विफलताओं की कड़ी आलोचना करता रहा है। इसने इस सप्ताह की शुरूआत से पहले ही दावा किया था कि सोलेदार शहर पर उसके लड़ाकों ने कब्जा कर लिया है। उसने ये भी कहा कि केवल उसके लड़ाके हैं जो असली लड़ाई लड़ रहे हैं। रूस के रक्षा संस्थानों पर निशाना साधते हुए प्रिगोजिन ने शुक्रवार को “अंदरूनी भ्रष्टाचार, नौकरशाही और अपने पदों पर बने रहने को बेकरार अधिकारियों” के बारे में शिकायत की थी। साथ ही उसने वैगनर से “जीत का श्रेय” हड़पने का आरोप भी लगाया। जवाब में, रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात एक दूसरा बयान जारी कर स्थिति को “स्पष्ट” करने और सोलेदार में वैगनर ग्रुप के लड़ाकों की भूमिका को स्वीकार करने की मांग की।

रूस के लिए क्यों अहम है सोलेदार शहर?

बता दें कि पूर्वी यूक्रेन में नमक-खनन वाले शहर सोलेदार का भविष्य अधर में लटका हुआ है क्योंकि यूक्रेन के सैनिक रूसी सेना के हमले का मुकाबला कर रहे हैं। यूक्रेनी रक्षा बलों द्वारा कई महीने तक रूस के सैनिकों के सामने डटे रहने के बाद सोलेदार शहर पर रूस का नियंत्रण होने से रूसी सैनिकों को युद्ध में एक महत्वपूर्ण बढ़त मिलने की उम्मीद है। इससे रूसी सैनिकों को पास के बखमुत नगर को घेरने के उनके प्रयासों में मदद मिल सकती है। जेलेंस्की के दावों के कुछ घंटों बाद रूस ने कहा है कि उसने सोलेदार पर कब्जा कर लिया है। सोलेदार का पतन महीनों बाद रूस के लिए बड़ी अच्छी खबर होगा। क्योंकि पिछले कुछ महीनों से रूसी सेना को यूक्रेनी सेना के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। 

[ad_2]

Source link