
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रुनेल यूनिवर्सिटी के एक सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ क्रिस्टियन गुस्ताफसन ने चेतावनी दी है कि अगर चीजें जारी रहती हैं तो पुतिन ‘मुसीबत में’ पड़ सकते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि ये हमले क्रेमलिन में अंदरूनी कलह को भड़काएंगे, मॉस्को में सत्ताधारी अभिजात वर्ग के बीच असंतोष फैलाएंगे और लोग पुतिन की योजना पर सवाल उठाने लगेंगे। रूस पर नए हमलों ने क्रेमलिन को पहले ही आतंकित कर दिया है। यूक्रेन समर्थक उग्रवादी सीमावर्ती क्षेत्रों में टैंक से हमले कर रहे हैं, कस्बों पर गोलीबारी कर रहे हैं और रूसियों को भागने पर मजबूर कर रहे हैं।
‘यूक्रेन ने युद्ध में हासिल की बढ़त’
डॉ गुस्ताफसन ने कहा, ‘युद्ध के इस खेल में यूक्रेन ने बढ़त हासिल कर ली है।’ विशेषज्ञ ने दावा किया कि ये हमले पुतिन की स्थिति को असुरक्षित बना देंगे। शुक्रवार को स्थानीय अधिकारियों ने जानकारी दी कि यूक्रेन के हवाई बलों ने कीव में छह दिन में रूस के छठे हमले में 30 से अधिक रूसी क्रूज मिसाइल और ड्रोन को मार गिराया। कीव के वरिष्ठ अधिकारी सरही पोपको ने टेलीग्राम पर लिखा कि कैस्पियन क्षेत्र से ईरान निर्मित शहीद ड्रोन और क्रूज मिसाइलों की ओर से यूक्रेनी राजधानी पर एक साथ अलग-अलग दिशाओं से हमला किया गया था।
उल्टी पड़ सकती है रूस की रणनीति
पिछले महीने 17 दिन तक कीव पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए। इनमें दिनदहाड़े किए गए हमले भी शामिल हैं। वाशिंगटन से संचालित थिंकटैंक ‘इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर’ के अनुसार रूस की रणनीति उलटी पड़ सकती है। यूक्रेन के चीफ ऑफ स्टाफ वालेरी जालुझंकी ने कहा कि यूक्रेन के हवाई रक्षा बलों ने सभी 15 क्रूज मिसाइल और 21 ड्रोन हमलों को बीच में ही नाकाम कर दिया। वहीं रूस के सीमावर्ती क्षेत्रों में एक बार फिर यूक्रेन की तरफ से गोलीबारी हो रही है। हाल में सीमापार हमलों ने रूस के इन क्षेत्रों को दहला दिया है और वह चौकन्ना हो गया है।