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पेपर लीक मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को स्वीकार किया यह उनकी सरकार की नाकामी है। असम में चल रही 10वीं कक्षा की राज्य बोर्ड परीक्षाओं के सामान्य विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र का लीक हो गया था। इस पर टिप्पणी करते हुए असम सीएम ने कहा कि यह मामला उनकी सरकार की ओर से विफलता थी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। राज्य विधानसभा के चल रहे बजट सत्र को संबोधित करते हुए सरमा ने घटना की जिम्मेदारी ली। उन्होंने बताया कि सभी मुख्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मैं जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं- असम सीएम
सीएम ने कहा, “पेपर लीक नहीं होना चाहिए था। मुझे लगता है कि यह एक तरह से हमारी विफलता को दर्शाता है और मुख्यमंत्री के रूप में मैं इसकी जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं।” उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, असम (SEBA) से ऐसे उपाय करने का आग्रह किया ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो। सरमा ने छात्रों से नए जोश के साथ पढ़ने की अपील की और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी देखभाल करेगी।
सरमा ने बताया कि लीक में एक स्कूल के केंद्र प्रभारी और तीन शिक्षक शामिल थे। उन्होंने कहा कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हिमंता ने कहा, “असम पुलिस 48 घंटे के भीतर मामले का पर्दाफाश करने में सफल रही है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोपियों को कड़ी सजा मिले। मैं उनके नामों का खुलासा नहीं कर रहा हूं क्योंकि इससे जांच प्रभावित हो सकती है। मैं इसमें शामिल लोगों से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की अपील करता हूं।”
200 से 6000 रुपये में बेचे गए पेपर
सीएम ने कहा कि इस बात की पुष्टि करने के लिए अभी तक कोई कड़ी नहीं मिली है कि पेपर लीक के लिए SEBA के अधिकारी जिम्मेदार थे या नहीं। उन्होंने कहा कि पेपर लीक का मामला चार जिलों तक सीमित था और प्रश्न पत्र 200 रुपये से 6000 रुपये के बीच बेचे गए और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रसारित किए गए। सरमा ने कहा कि हो सकता है कि मामले के सामने आने से पहले अन्य विषयों के प्रश्नपत्र भी आरोपियों ने लीक किए हों।
उन्होंने कहा, “अब तक की जांच से पता चला है कि कैसे लीक हुआ पेपर व्हाट्सएप के माध्यम से प्रसारित किया गया। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह पहले कहां से लीक हुआ और हमने व्हाट्सएप अधिकारियों से हमें वह जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। 4-5 ऑनलाइन वॉलेट के जरिए पैसे का लेन-देन किया गया। हमने इन वॉलेट्स के अधिकारियों से हमें इन लेनदेनों की जानकारी प्रदान करने के लिए कहा है। हमें उम्मीद है कि फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
अब तक 25 लोग गिरफ्तार
बुधवार शाम तक, 12 छात्रों और 4 राज्य सरकार के कर्मचारियों सहित 25 लोगों को आपराधिक जांच विभाग (CID) ने मामले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया था। लीक के बाद सामान्य विज्ञान की परीक्षा 30 मार्च को दोबारा शेड्यूल की गई है। परीक्षा पहले 13 मार्च को होनी थी, लेकिन सोशल मीडिया पर हस्तलिखित प्रश्न पत्र पाए जाने के बाद इसे रद्द कर दिया गया। लीक के बाद, कई छात्र संगठन शिक्षा मंत्री रणोज पेगू और SEBA के अध्यक्ष आरसी जैन के इस्तीफे की मांग को लेकर पूरे असम में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
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