राजस्थान में हुए पेपर लीक पर एसओजी ने बड़ा खुलासा किया है. एसओजी ने जूनियर इंजीनियर (जेईएन) पेपर लीक 2020 के मामले में मास्टर माइंड समेत 4 को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार चारों आरोपी सरकारी कर्मचारी हैं. पटवारी हर्षवर्धन कुमार मीणा पेपर लीक का मास्टर माइंड है. हर्षवर्धन के साथ एसआई राजेंद्र कुमार यादव उर्फ राजू को नेपाल बॉर्डर से पकड़ा गया है. वहीं, दो आरोपी टीचर राजेंद्र कुमार यादव और लाइब्रेरियन शिवरतन मोट को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया गया है. चारों ने जयपुर के सरकारी स्कूल से पेपर लीक कर अभ्यर्थियों को बेचा था.
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पेपर सोशल मीडिया में वायरल
एसओजी एडीजी वीके सिंह ने बताया 9 दिसंबर 2020 को परीक्षा वाले दिन जेईएन भर्ती परीक्षा 2020 का पेपर सोशल मीडिया में वायरल होने पर रद्द कर कर दिया गया था. एसओजी ने इस दौरान अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. साथ ही एसआईटी का गठन किया गया था.
स्ट्रांग रूम से पेपर लीक किया था
जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा-2020 के दौरान जयपुर के खातीपुरा स्थित शहीद दिग्विजय सिंह सुमेल राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल से पेपर लीक किया गया था. इस स्कूल में टीचर राजेन्द्र कुमार यादव ने स्ट्रांग रूम से पेपर लीक किया था. परीक्षा से पहले पैकेट से चीरा लगाकर पेपर लीक किया गया. वहीं, एसआई राजेंद्र कुमार यादव उर्फ राजू और लाइब्रेरियन शिवरतन मोट ने अभ्यर्थियों से पेपर की डील की थी. इसके बाद पुलिस ने शिवरतन और टीचर राजेन्द्र कुमार यादव को गिरफ्तार किया.